छत्तीसगढ़

2 बेटियों का विवाह कर गोविंद साहू ने निभाया धर्मपिता का कर्त्तव्य

आरंग। छत्तीसगढ़ी में एक कहावत है “घर बना के देख और बिहाव करके देख” सब समझ में आ जहि। क्योंकि एक मकान बनाने में और विवाह करने में अच्छे-अच्छे की आर्थिक स्थिति गड़बड़ा जाती है ऐसे ही विषम परिस्थितियों में अकोली खुर्द निवासी गोविंद साहू सभापति जनपद पंचायत आरंग ने धर्मपिता बन कर दो बेटियों का कन्यादान कर अपना सामाजिक धर्म निभाया।

गोविंद साहू ने लीलावती यादव (अकोली खुर्द) का उमेश यादव खौली के साथ वही भारती दीवार (अकोली खुर्द) का धनेश्वर धीवर सुंदरावन निवासी के साथ संपन्न कराया। मौका था श्रीमद् भागवत महापुराण यज्ञ का जो 9 जनवरी से 17 जनवरी तक ज्ञान एवं भक्ति की अविरल धारा ग्राम अकोली खुर्द में प्रवाहित हुआ जिसके मुख्य जजमान गोविंद साहू एवं उसकी धर्मपत्नी श्रीमती त्रिवेणी साहू पूर्व सरपंच परीक्षित के रूप में कथा का रसपान किये।
उपरोक्त भगवत कथा महाराज श्री राजकुमार दुबे दुर्ग वाले के मुखारविंद से बड़ा ही सुंदर ढंग से अपने मधुर वाणी से भागवत कथा रसपान करवाये।

इस कथा में 13 जनवरी को गजेंद्र मोक्ष, समुद्र मंथन, वामन अवतार, राम जन्म और श्री कृष्ण जी की जन्म उत्सव अर्थात नंद उत्सव मनाया गया, वही 15 जनवरी को रासलीला, मथुरा गमन, कंस वध, रुक्मणी विवाह कथा सुना कर भाव विभोर कर दिए जिसमें रुखमणी विवाह कथा सुना कर रुखमणी मंगल के दिन दो जोड़ा विवाह भी संपन्न हुआ इस ज्ञान गंगा में समस्त ग्रामवासी के साथ साथ आसपास के परिजन भी पहुँच कर झूम झूम कर श्री भागवत महाज्ञान सप्ताह का आनंद लिये।

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