छत्तीसगढ़

माँठ के सरपंच को गरीबों का चांवल बंदरबाट करना पड़ा भारी खाद्य अधिकारी ने किया कार्यवाही

खरोरा। एक ओर जहाँ केंद्र व राज्य सरकार इस कोरोना महामारी में लोगों को भूखे न रहना पड़े इसके लिये 2 महीने अनाज का प्रबंध कर रही हैं, वहीं दूसरी ओर कुछ दानव उनके निवाले छिनने में लगे हैं, ताज़ा मामला ग्राम पंचायत माँठ के उचित मूल्य के दुकान की है जहां भारी गड़बड़ी का मामला सामने आया है।ग्राम पंचायत माँठ के राशन दुकान में केंद्र एवं राज्य सरकार द्वारा माह मई एवं जून के दो माह का राशन अतिरिक्त राशन सहित बाँटना था।पर ग्राम पंचायत माँठ के सरपंच सुरेन्द्र गेन्द्रे द्वारा पूरा दो माह के राशन भंडारण होने के बाद एक माह का राशन वितरण किया गया वो भी दो बार मे पहले माह मई के निर्धारित मात्रा दिया गया उसके बाद अतिरिक्त राशन को, मतलब एक माह के चावल के लिए गांव के लोगों को दो बार भीड़ इस भयानक महामारी कोरोना में बढ़ाना पड़ा और इसी भीड़ से बचने शासन द्वारा एक साथ दो माह का राशन वितरण करने आदेश दिया गया था और भंडारण भी कराया, पर ग्राम के सरपंच को इससे कोई मतलब नही था। इस विषय मे गांव के पंच एवं ग्रामवासी द्वारा बोलने पर सरपंच के भाई जो सेल्समेन का काम कर रहा है उसके द्वारा पंच एवं ग्रामीणों से अभद्र व्यहार किया गया और कहा गया की मैं राशन दुकान अपने हिसाब से चलाऊंगा तुम लोगो को जहाँ जाना है जाओ।इस पर पंच राकेश वर्मा,गौतम पटेल, रामेश्वरी वर्मा,भागवत मारकंडे , मोंगरा धीवर सहित ग्रामवासी यशवंत वर्मा,राकेश एवं रामचंद्र वर्मा,उर्वशी वर्मा, रमहला पटेल ,पुनीत पटेल, शशि यादव,सावित्री वर्मा,नीलकंठ विश्वकर्मा सहित लगभग 100 से ज्यादा ग्रामीणों ने लिखित हस्ताक्षर कर खाद्य नियत्रंण तरुण राठौर के पास शिकायत किया, जिस पर श्री राठौर द्वारा फ़ूड इस्पेक्टर संदीप शर्मा को जाँच के आदेश दिए और शनिवार को श्री शर्मा द्वारा ग्रामीणों एवं पंच की उपस्थिति में जांच किया गया जिसमें 466 क्विंटल चावल,14.20 क्विंटल शक्कर व 69 लीटर मिट्टी तेल कम पाया गया।जिस पर फ़ूड इस्पेक्टर द्वारा पर प्रकरण तैयार कर पंचनामा बयाया गया। सबेस बड़े मजेदार बात यह है कि राशान दुकान का संचालन ग्राम पंचायत माँठ द्वारा संचालित किया जा रहा है और सरपंच सुरेन्द्र गेन्द्रे द्वारा अपने भाई राजकुमार गेन्द्रे को ही सेल्समेन नियुक्ति किया है पर ये भी हवाहवाई क्योकि पचों का कहना है कि बिना ग्राम पंचायत बैठक के अपने मन से अपने भाई को रखा है।अवगत हो कि इससे पूर्व भी सरपंच सुरेन्द्र गेन्द्रे एवं उसके भाई राजकुमार गेन्द्रे द्वारा माह अक्टूबर एवं नवम्बर 2020 में भी हेरा फेरी का मामला सामने आया था जिस पर कुछ ग्रामीणों एवं पंचों द्वारा लिखित शिकायत किया था पर उस समय किसी भी अधिकारी द्वारा कोई जांच नही किया गया था।जिससे लोगो मे काफी आक्रोश था। पंचों एवं ग्रामीणों द्वारा सरपंच सुरेन्द्र गेन्द्रे एवं उसके भाई राजकुमार गेन्द्रे के प्रति मनमानी करने का बहुत आक्रोश है व खाद्य अधिकारी से मांग की है कि इन पर उचित कार्यवाही करते हुए राशन दुकान सहकारी समिति द्वारा संचालित करने की मांग की है। उक्त जानकारी मांठ के पंच राकेश वर्मा ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर दिया।

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