छत्तीसगढ़ में अनोखी शादी, सैकड़ों ग्रामीण बने बाराती
रायगढ़। छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले में शनिवार को एक अनोखी शादी का आयोजन किया गया। यह शादी किसी इंसानों के बीच नहीं, बल्कि मेंढक और मेंढकी के बीच थी। दो गांवों के लोगों ने इस शादी में सक्रिय रूप से भाग लिया। एक गांव के लोग बाराती बने तो दूसरे के घराती।
हिंदू रीति-रिवाजों के मुताबिक कराई गई इस शादी में बड़ी संख्या में ग्रामीण शामिल हुए। यहां तक की एक-एक रस्म का ध्यान रखा गया। कार्ड छपे, भोज हुआ, मंत्र पढ़े गए। यानी सब कुछ लड़की-लड़के की शादी की तरह।
शादी का आयोजन रायगढ़ जिले के लैलूंगा ब्लॉक में आने वाले बेस्कीमुडा गांव में शनिवार को हुआ। दरअसल क्षेत्र में पर्याप्त बारिश नहीं हुई है। बारिश की कामना को लेकर मेंढक और मेंढकी की शादी का आयोजन किया गया। इसके पहले बाराती पक्ष को तैयार किया गया।
इसके लिए पास के सोनाजोरी गांव के लोगों ने बाराती बनना स्वीकार किया। इसके बाद आगे की रस्मों की योजना बनाई गई। शादी के कार्ड छपवाए गए। इसमें न केवल मेंढक और मेंढकी का नामकरण किया गया, बल्कि तेल, मंडप, बारात, विदाई की तारीख और दिन भी लिखा गया।
11 सितंबर को सोनाजोरी गांव के ग्रामीण गाजे-बाजे के साथ मेंढक की बारात लेकर बेस्कीमुडा गांव पहुंचे। बाराती में ग्रामीणों ने जमकर डांस किया। बारात के दौरान हजारों ग्रामीणों की भीड़ दिखाई दी। जब सोनाजोरी गांव के लोग बारात लेकर बेस्कीगुडा गांव पहुंचे तो यहां लोगों ने उनका उसी तरह स्वागत किया, जैसे किसी बारात का किया जाता है। इसके बाद बाकायदा मंडप सजाकर विवाह की बाकी रस्में पूरी कराईं गईं। मंडप में पंडितों ने मंत्र पढ़कर रस्में पूरी कराईं।
शादी के बाद भव्य भोज का आयोजन किया गया। भोज के लिए भी हलवाई का इंतजाम किया गया था। बड़े-बड़े बर्तनों में भोजन बनाया गया। इस भोज में भी बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए। लोग खेत में बैठकर भोज करते नजर आए। अब इस अनोखी शादी का वीडियो सोशल मीडिया पर छाया हुआ है। इस शादी से इंद्र देवता कितने मेहरबान होते हैं, यह आने वाले दिनों में ही पता चल सकेगा।