रायपुर में बदहाल सड़क पर बेहाल लोगों का छलका दर्द
रायपुर। बदहाल सड़क पर बेहाल लोगों का दर्द जाने के लिए गुरुवार को दोपहर तीन बजे से शाम पांच बजे तक यानी दो घंटे रायपुर से भिलाई हाइवे का हाल जानने के लिए पड़ताल की। आंखों-देखे हाल में हमने पाया कि रायपुर तक का सफर जानलेवा बन गया है। रायपुर से भिलाई लौटना मुश्किलों के सफर से कम नहीं।
जहां गड्ढों और उबड़-खाबड़ सड़कों में जाम के बीच हजारों लोग रोज जान हथेली पर रखकर आवाजाही करते दिखे। एक तरफ नईदुनिया की टीम पड़ताल कर रही थी कि दूसरी तरफ लोक निर्माण विभाग यानी पीडब्लूडी के सचिव सिद्धार्थ कोमल परदेशी भी दल-बल के साथ जगह-जगह का जायजा ले रहे थे।
लोगों की समस्याओं को जानने के लिए टीम ने सड़क की स्थिति और लोगों की समस्याओं को जानने रायपुर से भिलाई 3 स्थित मुख्यमंत्री आवास तक का सफर तय किया।
दोपहर तीन बजे रायपुर शहर से भिलाई की ओर जाने के लिए टाटीबंध पहुंचे। ओवरब्रिज की वजह से सड़क तो दिख ही नहीं रही थी। ट्रकों और बड़े वाहनों की कतारें लगी थीं। गड्ढों में हिचकोले खाते लोग दिख रहे थे जो अपने वाहनों में सवार रहे। उबड़- खाबड़ सड़कें, इधर-उधर बिखरे बिखरे पत्थरों की वजह से जाम की स्थिति बनी रहती है।
यातायात व्यवस्था बनाने के लिए पुलिस व प्रशासन की टीम कई जगहों पर नजर नहीं आई। टाटीबंध को जैसे ही हम पार किए सड़कों के आसपास बड़े-बड़े गड्ढे पीछे पड़ गए। बारिश का पानी सूखने की वजह से धूल के बड़े-बड़े गुबार को झेलते हुए किसी तरह कुम्हारी टोल प्लाजा तक पहुंचे। आसपास पार्किंग की तरह खड़े ट्रकों ने सड़कों को जाम करके रखा था।
टोल पारकर आगे बढ़े तो करीब तीन किलोमीटर में कुम्हारी ओवर ब्रिज तक पहुंचे। निर्माणाधीन ब्रिज हमें विकास का अहसास तो कराया लेकिन यातायात के लिए मुख्य सड़क की वैकल्पिक व्यवस्था की यहां भी पोल खुलती नजर आई। सिंगल लेन जर्जर सड़क की वजह से जाम देखने को मिला।
लोगों भी बोल उठे- दुर्घटनाएं यहां अब आम बात है
दोपहर तीन बजकर 45 मिनट पर हमने यात्रियों से बातचीत करनी शुरू की। यातायात कर रहे रवि साहू, दिनेश निषाद, कार्तिक वर्मा ने बताया ब्रिज निर्माण शुरू होने के बाद से ही यहां से सफर करना यानी मौत को दावत देने जैसा लगता है। बड़े-बड़े गड्ढे की वजह से आए दिन दुर्घटनाएं होती रहती है। बारिश होने पर घुटने तक पानी भर जाता है। हालांकि, हाल ही में प्रशासन के माध्यम से सड़क में गिट्टी भरवाई है।
कुम्हारी के निर्माणाधीन ब्रिज को पार करते ही भारी धूल पीछा नहीं छोड़ती। सड़क के किनारे में गड्ढे यहां भी अक्सर दुर्घटना को दावत दे रहे हैं। कुमारी साईं मंदिर पार करते ही समीप पेट्रोल पंप के आसपास डेंजर जोन जैसी स्थिति बनी हुई है। टूटी हुई सड़कें और गड्ढों में पानी भरा रहा। सड़क किनारे ट्रक आधे रास्ते को घेरे हुए हैं।
इस तरह समस्या को पार कर चरोदा से भिलाई 3 पदुम नगर स्थित मुख्यमंत्री आवास तक का सफर तय किया। टाटीबंध से भिलाई-तीन सिरसा गेट तक करीब 18 किलोमीटर का रास्ता जहां 20-30 मिनट में पूरा हो। उस दूरी को तय करने में घंटे भर का समय लग रहा। हमने गाड़ी-गाड़ी रोक-रोक लोगों से बातचीत की तो दो घंटे समय लग गए।
बदहाली बयां करते हैं ये आंकड़े
तीन साल में एनएच पर हुए इतने हादसे
अवधि- हादसे- घायल- मौत
2018- 32- 38- 13
2019- 128- 145- 37
2020- 146- 127- 33
2021- 49- 50- 25
कुल- 355- 360- 108
नोट – वर्ष 2018 के आंकड़े सितंबर से दिसंबर और वर्ष 2021 के आंकड़े एक जनवरी से 31 अगस्त की स्थिति में है।
सुबह और शाम लग जाता है जाम
भिलाई से रायपुर हर रोज यातायात करने वाले विकास शुक्ला, प्रवीण सोनी, पंकज का कहना है कि सुबह 9:00 से 12:00 के बीच इस मार्ग पर जाम जैसी स्थिति बनी रहती है। शाम 5:00 बजे के बाद रायपुर से भिलाई आने पर टाटीबंध और कुम्हारी टोल प्लाजा के कुछ दूर जाने पर पेट्रोल पंप से निर्माणाधीन कुम्हारी ओवर ब्रिज तक करीब तीन किलोमीटर लंबा जाम अक्सर लगा ही रहता है।
आम लोग हर रोज समस्या से हो रहे दो-चार
1. सड़कों के खस्ता हाल ने रायपुर का सफर काफी मुश्किल हो गया है। कुम्हारी के पास ब्रिज बन रहा है। यहां पर सड़कों के गड्ढों में खराब मलबे और जीरा गिट्टी से फाइलिंग कर खानापूर्ति कर रहे। गाड़िया चलने से वह फिर से उखाड़कर सड़कों में फैल रहा। गढ्ढे फिर से जस का तस हो जाता है। खराब सड़क और बिखरी गिट्टियों की वजह से सड़क जाम के बीच मैं सड़क दुर्घना का शिकार हो गया। पुलिस प्रशासन भी सिर्फ मुख्यमंत्री और मंत्रियों के आने जाने वक्त ही व्यवस्था में दिखती है। मुख्यमंत्री जिस मार्ग से अक्सर गुजरते हैं। उसकी दुर्दशा जल्द सुधरे।
–मनीष उपाध्याय, निवासी, पदुम नगर, भिलाई
2. काम के सिलसिले में रायपुर जाना लगा रहता है। पहले जहां भिलाई तीन से रायपुर 40 से 45 मिनट में पहुंच जाते थे अब दो घंटे लग जाते हैं। कुम्हारी और टाटीबंध में अक्सर जाम का सामना करना पड़ता है। इसलिए आजकल जाना भी कम कर दिया है। प्रशासन से अपील है कि लोगों की समस्याओं को देखते हुए इस समस्या का जल्द से जल्द निराकरण करें।
– सूर्यकांत शर्मा, निवासी, भिलाई-तीन
3. ब्रिज बनने की वजह से सड़क काफी संकरी हो गई है। गड्ढों की वजह से स्थिति और भी खराब है बड़ी गाड़ियां निकलती है तो बाइक वाला और चलने वालों को परेशानी होती है हर समय जाम की स्थिति बनी रहती है। इसकी वजह से दुर्घटनाएं हो रही है व्यवस्था जल्द से जल्द सुधारना जरूरी है। यातायात तो प्रभावित है ही। यहां के रहवासियों के लिए भी परेशानी का सबब बना है।
–कमलेश कुमार सांवरिया, कुम्हारी
कुम्हारी के ओवरब्रिज को छोटे वाहनों के लिए 15 अक्टूबर से खोलने के लिए कहा गया है।वहीं 15 नवंबर से बड़े वाहनों के लिए ओवरब्रिज को खोल दिया जाएगा तो लोगों को राहत मिलेगी।