आरंग नगर में निकली भव्य सतनाम शोभायात्रा में शामिल हुये मंत्री डॉ शिवकुमार डहरिया
आरंग। संत बाबा गुरु घासीदास जी के जयंती पूर्व आरंग नगर में सतनामी समाज के गुरु के सम्मान में भव्य शोभायात्रा का आयोजन किया गया। शोभायात्रा पूर्व अकोलीरोड़ स्थित कन्या छात्रावास के पास 15 लाख 15 हजार की लागत से स्व.मिनी माता स्मृति भवन का श्रीमती शकुन डहरिया, नगर पालिका अध्यक्ष व मिनीमाता महिला समिति के सदस्यों के द्वारा भूमि पूजन किया गया।
तत्पचात धर्म गुरु, सात संतों की अगुवाई में शोभायात्रा की शुरुआत अकोलीरोड़ आरंग से हुआ जो कि बस स्टैंड, नेताजी चौक, थाना के सामने से होते हुवे हरदेव बाबा चौक, कॉलेज चौक से सतनाम मंगल भवन में शोभायात्रा का समापन हुआ।
शोभायात्रा का नगर में जगह जगह विभिन्न सामाजिक संगठन , राजनीतिक संगठन के द्वारा स्वागत किया गया। जिसके बाद नव निर्मित जोड़ा जैतखाम में गुरु खुशवंत साहेब, मंत्री डॉ. शिवकुमार डहरिया व समाज अध्यक्ष डॉ. घनश्याम टंडन तथा समाज के माताओं और बड़े बुजुर्गों द्वारा पूजा अर्चना कर पालो चढ़ाया गया । तत्पचात सतनाम भवन में सभा का आयोजन किया गया जिसमें बतौर मुख्य अतिथि प्रदेश के नगरीय प्रसाशन, विकास एवं श्रम मंत्री डॉ. शिवकुमार डहरिया ने सभा को संबोधित भी किया।
उन्होंने अपने संबोधन में कहा की शिक्षा ,संगठन और संघर्ष किसी भी समाज की उन्नति का आधार है। समाज को शिक्षा के क्षेत्र में और आगे ले जाने आवश्यकता है, संगठित होकर कार्य करने की आवश्यकता है, तभी समाज का विकास संभव है। वर्तमान समय मे जिस प्रकार केंद्र सरकार के द्वारा सारे सरकारी तंत्र का निजीकरण किया जा रहा है, जिसके कारण लाखों एस.सी. एस.टी. ओबीसी, व अल्पसंख्यकों वर्ग को रोजगार से हाथ धोना पड़ पड़ रहा है। ये केंद्र की मोदी सरकार पूंजीपतियों की सरकार है जो वंचित वर्ग शोषण करने में ही अपना हित देखती है। इनकी निजीकरण की नीतियों के कारण आने वाले समय में आरक्षण और रोजगार छीन जायेगा। धर्म गुरु खुशवंत साहेब ने भी समाज को संबोधित किया।
उक्त कार्यक्रम में प्रमुख रूप से बसंत कोसले, डॉ. घनश्याम टंडन, गणेश बांधे, माखन कुर्रे जिला पंचायत सदस्य, दुर्गा रॉय जिला पंचायत सदस्य, आजू राम वंशे, यशवंत टंडन, चंद्रशेखर चंद्राकर अध्यक्ष नगरपालिका आरंग, खिलेश्वर देवांगन अध्यक्ष जनपद पंचायत आरंग, कोमल सिंह साहू अध्यक्ष ब्लाक कांग्रेस कमेटी आरंग,भारती देवांगन अध्यक्ष शहर कांग्रेस आरंग, रेखराम पात्रे, किशन भारद्वाज, झनक आवडे, वेदराम खूंटे, गिरधर कोसले, घनश्याम घिदौडे, डॉ. नंदकुमार कोशले, डॉ. बी.के. भारद्वाज, एवन बंजारे, हरि बंजारे , जय डहरिया, धरम टंडन, देवचरण देशलहरे, ललित ढिढि, भीमसेन मनहरे, टिकेश्वर गिलहरे, चम्मन कोशल, सुजीत घिदौड़े, डम्बेश्वरी कोसले, विभा बंजारे, संगीत पाटले, गोमती राजीत्रि, ईश्वर जोगलेकर, जितेंद्र चतुर्वेदी, भानु डहरिया, भोज राम मनहरे, लक्की कोशले सहित बड़ी संख्या में समाज की महिलाएं बच्चे एवं बड़े बुजुर्ग उपस्थित थे।