रायपुर : जबलपुर में निजी अस्पताल में हाल में आग लगने की एक घटना में आठ लोगों की मौत हो गई थी और पांच अन्य घायल हो गए थे। छह अगस्त मध्य प्रदेश पुलिस ने जबलपुर स्थित एक निजी अस्पताल में आग लगने के मामले में फरार तीन चिकित्सकों और एक वरिष्ठ प्रबंधक के संबंध में सूचना देने वाले प्रत्येक व्यक्ति को दस-दस हजार रुपए का नकद इनाम दिए जाने की घोषणा की हैं।
इसके अलावा, जिले में सुरक्षा उपायों की कमी वाले अस्पतालों पर सख्ती बरतते हुए जबलपुर के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (सीएमएचओ) ने पिछले तीन दिनों में 28 निजी अस्पतालों का पंजीकरण रद्द कर दिया है। निरीक्षण के दौरान इन अस्पतालों में अग्नि सुरक्षा और अन्य अनिवार्य मानदंडों का पालन नहीं किया जा रहा था।
पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ बहुगुणा ने शनिवार को ‘पीटीआई भाषा’ को बताया कि उन्होंने एक दिन पहले ‘न्यू लाइफ मल्टी स्पेशियलिटी अस्पताल’ के साझेदार एवं मालिक तीन चिकित्सकों और वरिष्ठ प्रबंधक के संबंध में सूचना देने वाले को 10-10 हजार रुपए का नकद इनाम देने की घोषणा की है। इस अस्पताल में सोमवार दोपहर को आग लग गई थी।
उन्होंने कहा कि अस्पताल के निदेशक-सह-मालिक डॉ निशित गुप्ता, डा.सुरेश पटेल एवं डॉ संजय पटेल और वरिष्ठ प्रबंधक विपिन पांडे की तलाश की जा रही है। चार आरोपी चिकित्सकों में से एक चिकित्सक संतोष सोनी (36) और निजी अस्पताल के सहायक प्रबंधक राम सोनी (29) को गिरफ्तार किया जा चुका है।
आग लगने की घटना के बाद अस्पताल के चार चिकित्सकों और दो प्रबंधकों के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज किया गया है।
बहुगुणा ने कहा, ‘‘हमारे दलों ने कुछ जगहों पर छापेमारी की है लेकिन अब तक आरोपी पकड़े नहीं जा सके हैं। आरोपियों को पकड़ने के लिए तलाश जारी है।’’
सीएमएचओ डॉ. मिश्रा ने कहा कि अग्नि सुरक्षा और अन्य अनिवार्य मानदंडों का पालन न करने के लिए पिछले तीन दिन में 28 निजी अस्पतालों का पंजीकरण रद्द कर दिया गया है।
उन्होंने कहा कि जिले भर के निजी अस्पतालों का निरीक्षण किया जा रहा है।