विजय देवरकोंडा ने मेकर्स को फाइनेंशियल सपोर्ट करने का लिया फैसला
विजय देवरकोंडा स्टारर ‘लाइगर’ के बॉक्स-ऑफिस फेल्योर ने मेकर्स को शॉक कर दिया है। विजय भी फिल्म को लेकर काफी कॉन्फिडेंट थे, यहां तक कि उन्होंने फिल्म को बायकॉट करने वाले लोगों को भी चैलेंज दे दिया था। अब हाल ही में आई रिपोर्ट्स के मुताबिक, विजय ने मेकर्स को फाइनेंशियल सपोर्ट करने का फैसला लिया है।
100 करोड़ से ज्यादा के बजट में बनी फिल्म
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो फिल्म 100 करोड़ से ज्यादा के बजट में बनी थी। हालांकि, लाइगर बॉक्स-ऑफिस पर अच्छा कलेक्शन नहीं कर पाई है। न्यूज 18 की रिपोर्ट के मुताबिक, एक्टर ने मेकर्स को 6 करोड़ से ज्यादा पैसे देने का फैसला किया है।
फिल्म के फ्लॉप होने के बाद विजय ने चार्मी कौर और दूसरे को-प्रोड्यूसर्स को सपोर्ट करने का फैसला लिया है। विजय देवरकोंडा अपना अगला प्रोजेक्ट जन गण मन डायरेक्टर पुरी जगन्नाठ के साथ करने जा रहे हैं। लाइगर के बॉक्स-ऑफिस पर नाकाम रहने से उनकी अगली फिल्म पर भी असर पड़ सकता है।
अगली फिल्म के लिए विजय नहीं लेंगे फीस
रिपोर्ट्स के मुताबिक, जन गण मन का बजट लाइगर के फेल्योर को देखते हुए थोड़ा कम कर दिया गया है। विजय और पुरी जगन्नाठ ने फिल्म के अपनी सैलरी न लेने का फैसला किया है।
कथित तौर पर यह फैसला दोनों ने बॉक्स ऑफिस पर लाइगर की फेल्योर से हुए नुकसान की भरपाई के लिए लिया है। अगर जन गण मन बॉक्स-ऑफिस पर सक्सेसफुल साबित होती है तो विजय प्रॉफिट को कुछ हिस्सा लेंगे।
विजय के कमेंट से असफल हुई फिल्म
फेमस मराठा मंदिर और गेयटी गैलेक्सी के डायरेक्टर मनोज देसाई ने कुछ दिन पहले विजय के विचारों और बायकॉट कल्चर को मॉक करने के लिए उनका मजाक उड़ाया था। उन्होंने एक्टर पर निशाना साधते हुए कहा था कि उनकी कमेंट की वजह से फिल्म की एडवांस बुकिंग में डेंट लग गया है।
विजय इस गलतफहमी को दूर करने के लिए मनोज से मिले थे। मनोज ने इस बात को कंफर्म करते हुए कहा था, “हां वो गलतफहमी दूर करने के लिए मुझसे मिलने आए थे और अब सब क्लियर है।”
मनोज देसाई ने विजय के कमेंट पर जताई थी नाराजगी
लाइगर की रिलीज के बाद देसाई ने विजय पर नाराजगी जाहिर करते हुए कहा था, “तुम्हें ये चर्बी आ गई है, कि देखना है तो देखो वरना ना देखो। तापसी पन्नू, आमिर खान और अक्षय कुमार की हालत देख लो क्या हो गई है। थिएटर छोड़ आप तमिल तेलुगु के ओटीटी में काम करो। आपकी कमेंट की वजह से ही लाइगर को इतना नुकसान झेलना पड़ा है।”