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कथावाचक पूनम शास्त्री की संदिग्ध परिस्थिति में मौत, फंदे से लटका मिला शव

बदायूं। ककोड़ा गांव में कथावाचक और लोकगायिका पूनम शास्त्री की संदिग्ध परिस्थिति में मौत हो गई। आज सुबह उनका शव घर में मिला। सूचना पर थाना पुलिस पहुंच गई। पुलिस ने घटनास्थल पर छानबीन की। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पुलिस ने कथावाचक के पिता को थाने में बैठा लिया है।

उनसे पूछताछ कर रही है। कादरचौक थाना क्षेत्र के ककोड़ा गांव निवासी पूनम शास्त्री कथावाचक और लोकगायिका थीं। यूपी समेत गुजरात और राजस्थान में कार्यक्रम करती थीं। आजसुबह पुलिस को सूचना मिली कि पूनम शास्त्री की मौत हो गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लिया। पूनम की मां की मौत हो चुकी है। वह अपने पिता के साथ रहती थीं। पुलिस ने उनके पिता को हिरासत में ले लिया है।

मामला बदायूं जनपद के थाना कादरचौक क्षेत्र के गांव ककोड़ा का है। तकोड़ा गांव निवासी मेहरबान की पुत्री पूनम शास्त्री कथावाचक हैं उनका शव शुक्रवार की सुबह करीब 8:30 बजे कमरा से बरामद हुआ है। बताया जा रहा है कमरे में फंदे पर लटका शव पिता ने देखा और आसपास के लोगों को जानकारी हुई इसके बाद सूचना पुलिस को दी गई। मौके पर पहुंची कादरचौक थाना पुलिस ने सब को फंदे से उतारकर कब्जे में लिया और पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम को भेज दिया है। पुलिस मामले की जांच पड़ताल करने में जुटी हुई है। कथावाचक की मृत्यु के बाद जानकारी क्षेत्र में फैलने के बाद तमाम दर्शक उनके गांव पहुंच गए हैं। गांव में पुलिस सुरक्षा लगी हुई है।

कथावाचक की मृत्यु को लेकर तमाम सवाल खड़े हो रहे हैं। लोगों का कहना है कि आखिर ऐसी कौन सी परिस्थिति बनी जो कि कथावाचक को आत्महत्या करनी पड़ी। फिलहाल पुलिस पूरे मामले को गंभीरता से लेकर जांच पड़ताल कर रही है। कथावाचक का शव कमरे से मिलने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने पिता मेहरबान को हिरासत में ले लिया है और पूछताछ कर रही है। पूछताछ में जानकारी मिली है की कथावाचक बीते दिन फोन पर किसी से बात कर रही थी इसी दौरान पिता ने थप्पड़ मार दिया था और डांट फटकार कर दी थी। किस से क्या बात चल रही थी और क्यों डांट फटकार की इसकी जांच पड़ताल पुलिस कर रही है।

कथा वाचक का भाई बता रहा है कि उनकी बहन सुबह को सो कर उठी और उसने चाय बनाई थी। चाय सबको पिलाई इसके बाद कमरे में चली गई। लेकिन कुछ देर बाद कथावाचक का शव कमरे में फंदे पर लटका मिला। कथावाचक पूनम शास्त्री के भाई ने बताया कि सभी लोग घर में सोते थे बहन एक कमरे में सोती थी और वह अपने अलग कमरे में सोता था उनके पिता बाहर परिसर में सोते थे। सुबह को सभी उठे और फिर यह घटना हो गई।

कथावाचक पूनम शास्त्री की मृत्यु हो चुकी है लेकिन लोगों जुबान पर उनकी यादें ताजा हो रही है। उनके भाई ने बताया की उन्हें होली के बाद नवरात्र में कानपुर में जाकर कथा करनी थी। कानपुर में कथा की बुकिंग कर चुकी हैं लेकिन इसी बीच अब यह घटना हो गई। कथावाचक पूनम शास्त्री और उनका भाई दीपक नादान दोनों ही मिलकर कथाएं करते हैं। उन्होंने अपना यूट्यूब चैनल ही बना रखा है जिस पर हजारों फॉलोअर्स है। यूट्यूब चैनल पर उनकी भागवत कथाएं और कार्यक्रम प्रसारित होते हैं जिनकों को हजारों दर्शक देखते हैं।

कथावाचक पूनम शास्त्री और उनका छोटा भाई दीपक नादान श्रीमद् भागवत कथाएं एवं तमाम धार्मिक कार्यक्रम आयोजित करते हैं। उनको यह प्रेरणा उनके परिवार से ही विरासत में मिली है। बताते हैं उनके बाबा मिलाल कथावाचक थे उनकी मृत्यु के बाद ढोलक और तबला आदि उनके पिता बजाते थे जिसके बाद पूनम और दीपक नादान दोनों सीख रहे और एक अच्छे कथावाचक बन गए हैं। कथावाचक पूनम शास्त्री की मृत्यु हो गई है उनके परिवार में भाई दीपक नादान और पिता है।

भाई दीपक नादान ने बताया कि उनकी मां सपना कि करीब 14 वर्ष पहले मृत्यु हो चुकी है। उस समय भाई-बहन छोटे-छोटे थे और पिता के साथ तभी से रह रहे हैं। ककोड़ा गांव निवासी मेहरबान की पुत्री कथावाचक पूनम की मृत्यु हो चुकी है। जानकारी मिल रही है कि उनके पिता मेहरबान कुछ वर्ष पहले ही गांव ककोड़ा आकर रहने लगे हैं। इससे पहले वह दिल्ली में रहकर ऑटो चलाते थे उनके साथ ही बच्चे रहते थे।

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