आरंगछत्तीसगढ़तिल्दा

अल्ट्राटेक बैकुंठ में 52 वां राष्ट्रीय सुरक्षा सप्ताह विविध आयोजनो के साथ हुआ समापन 

तिल्दा नेवरा : समीपस्थ क्षेत्र के अल्ट्राटेक बैकुंठ सीमेंट वर्क्स में प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष भी 52 वां अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा दिवस के तहत ” सुरक्षा सप्ताह” के रूप में 4 मार्च से 11 मार्च तक। बड़े ही जागरूकता के साथ मनाया गया। प्रारंभ 4 मार्च को संयंत्र के मेन गेट पर ध्वजारोहण कर सुरक्षा शपथ लिया गया। तब से लगातार 11 मार्च तक कर्मचारियों में अलग-अलग प्रकार के सुरक्षा से संबंधित जागरूकता अभियान चलाया गया। जिसमे प्रशिक्षण, मौखिक, लिखित प्रश्नोत्तरी, डेमो, ट्रेड टेस्ट, आदि लिये गये। जो की कारखानों के साथ साथ दैनिक जीवन, घरो मे सुरक्षा से संबंधित उपयोगी रही। जिसका लाभ हम चाहे संयंत्र में काम करने वाले हो। चाहे घरों में हो, सुरक्षा हर जगह अनिवार्य हैं।सुरक्षा नियम सभी को दिल से अपनाने चाहिए।

इस प्रकार से इस सुरक्षा सप्ताह के समापन अवसर पर अल्ट्राटेक सीमेंट में पहली बार भव्य मंच के साथ रंगारंग नाटक, गीत कविता की प्रस्तुति एवं पुरस्कार वितरण के साथ समापन समारोह मनाया गया। जिसमें जितने भी प्रतिभागी के रूप में अधिकारी, कर्मचारी रहे। सभी को आकर्षक पुरस्कारों से पुरस्कृत किया गया। इस प्रकार से यह आयोजन सुरक्षा सप्ताह बहुत अद्भुत रहा।

इस सुरक्षा सप्ताह के समापन अवसर पर संयंत्र के यूनिट हेड देवनाथ गुहा जी, के. एन. वी. मूर्ति जी, बी पी मिश्रा जी, विकास वर्मा जी, जय सिघनिया जी, विवेक बघेल जी, जी के अवस्थी, उदय लाल सिंग, आदि की उपस्थिति रही। संयंत्र के यूनिट हैड श्री देव नाथ गुहा जी ने अपने संबोधन में कहा कि सुरक्षा एक अयसी लाइफ लाइन के रूप डोर है। जिसे पकड कर हम जीवन भर सुरक्षित रह सकते हैं। इसे हमे दिल से अपनाने होगे। जितने भी नुक्कड़ नाटक दिखाया गया। वह हमे आनंद के साथ साथ हमारे जहन मे गहरी यादे दिलाने मे सहायक होगा।

दूसरे वक्तव्य में के एन वी मूर्ति जी ने भी बहुत ही अच्छी बात कही। सुरक्षा को अपनाने, समझने के लिए कोई समय, सीमा, कोई जगह, कोई उम्र नहीं होता। जिस प्रकार अध्ययन करने के लिए हमे जीवन भर कुछ न कुछ सीखते हैं। इसी प्रकार सुरक्षा के बारे में भी हमें जीवन भर सीखना और ग्रहण करना पड़ेगा। कर्मचारियों से निवेदन किया कि सुरक्षा सिर्फ बोलने से नहीं होगा। इसे हमें दिल से अपनाने होगे। इसी क्रम में एच आर हेड विकास वर्मा ने सुरक्षा दिवस के इतिहास पर प्रकाश डाला। बी पी मिश्रा जी ने हमेशा कुछ न कुछ सुखने की अभिलाषा रहनी चाहिए।

 

इस प्रकार 4 से 11 मार्च तक चली यह सुरक्षा सप्ताह बहुत ही मनोरंजक के साथ-साथ ज्ञानवर्धक रहा। इससे सभी कर्मचारियों में बहुत ही अच्छी जागरूकता देखने को मिला। सभी कर्मचारी पुरस्कृत हो करके अपने आप को बहुत ही प्रफुल्लित महसूस किए। प्रकार से इस बार का सुरक्षा सप्ताह का समापन समारोह बहुत ही अद्वितीय रहा।

 

पुरे सप्ताह भर के सुरक्षा संबंधी कार्यक्रम का आयोजन सुरक्षा प्रमुख अमिया द्विवेदी व अजय चतुर्वेदी के मार्गदर्शन में रामनिवास, अच्युत दीक्षित,शैलेन्द्र मांडले व टीम के द्वारा किया गया। कार्यक्रम का संचालन अभिषेक मिश्रा ने किया। इस अवसर पर संयंत्र के सभी बड़े छोटे अधिकारी व कर्मचारियों की उपस्थिति रही।

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