
थिएटर में महिला से छेड़छाड़! पति- बेटे ने विरोध करने पर परिवार से मारपीट, पांच आरोपी गिरफ्तार…
दुर्ग। शहर में अपराधियों के हौसले इतने बुलंद हो चुके हैं कि वे अब पुलिस से भी बेखौफ होकर खुलेआम वारदातों को अंजाम दे रहे हैं। इसी कड़ी में 22 अक्टूबर की रात एक शर्मनाक घटना ने पूरे शहर को झकझोर दिया। मामला स्मृति नगर क्षेत्र का है, जहां एक महिला से छेड़छाड़ का विरोध करना उसके परिवार को भारी पड़ गया। घटना के बाद पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया और उनका सार्वजनिक जुलूस निकालकर कानून-व्यवस्था पर सख्त संदेश दिया।
जानकारी के अनुसार, 22 अक्टूबर की रात एक महिला अपने पति और बेटे के साथ सूर्या मॉल स्थित पीवीआर सिनेमा में फिल्म देखने गई थी। फिल्म के दौरान दुर्ग निवासी ट्रांसपोर्टर सुजीत साव ने महिला के साथ अभद्र व्यवहार किया और छेड़छाड़ करने लगा। महिला ने जब इसका विरोध किया तो आरोपी ने न केवल धमकी दी बल्कि महिला के पति और बेटे के साथ बदतमीजी करने लगा। स्थिति तब बिगड़ गई जब महिला के पति और बेटे ने आरोपी को रोका। इसके बाद सुजीत साव ने अपने रिश्तेदारों को फोन कर मौके पर बुला लिया। कुछ ही मिनटों में उसके चार साथी — शिवपूजन, सुजीत कुमार, जिगर साव और सागर साव — वहां पहुंच गए और मिलकर महिला के परिवार के साथ मारपीट करने लगे।
घटना की सूचना तत्काल डायल 112 पर दी गई। सूचना मिलते ही पुलिस की पेट्रोलिंग टीम मौके पर पहुंची और दोनों पक्षों को शांत कराने का प्रयास किया। लेकिन आरोपी सुजीत और उसके साथियों ने हद पार करते हुए पुलिसकर्मियों पर भी हमला कर दिया और गाली-गलौज शुरू कर दी।
घटना की गंभीरता को देखते हुए स्मृति नगर चौकी पुलिस ने तुरंत कार्रवाई की और मुख्य आरोपी सहित सभी पांचों को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने आरोपियों पर मारपीट, छेड़छाड़, शासकीय कार्य में बाधा और हमला जैसी धाराओं में मामला दर्ज किया है। पुलिस ने इस घटना को उदाहरण बनाते हुए सख्त रुख दिखाया और सभी आरोपियों का स्मृति नगर मॉल के सामने सार्वजनिक जुलूस निकाला। इस कार्रवाई के जरिए पुलिस ने साफ संदेश दिया कि कानून से खिलवाड़ करने वालों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा।
हालांकि इस पूरे मामले ने दुर्ग की कानून व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। पिछले कुछ महीनों में शहर में मारपीट, छेड़छाड़ और लूट जैसी घटनाओं में लगातार वृद्धि देखी जा रही है। स्थानीय नागरिकों का कहना है कि अपराधियों में पुलिस का डर खत्म होता जा रहा है।



