
नवा रायपुर बना निवेशकों के आकर्षण का केंद्र, बड़े पैमाने पर रोजगार सृजित होंगे
रायपुर। जब से सुशासन का द्वार खुला है तब से नवा रायपुर का नया चेहरा देखने को मिल रहा है, निवेश करने वालों की बाढ़ आ गई है, आने वाले दिनों में नौकरी का अड्डा बनने जा रहा है। रायपुर के समीप स्थित यह नियोजित शहर केवल एक प्रशासनिक राजधानी नहीं, बल्कि एक आधुनिक, हरित और स्मार्ट सिटी की अवधारणा का जीवंत नमूना है। इस नगर को इस प्रकार विकसित किया जा रहा है कि यह आने वाले दशकों तक सतत विकास और स्मार्ट जीवन शैली का प्रतीक बने।
नवा रायपुर का निर्माण और उद्देश्य
पुराने रायपुर में जनसंख्या वृद्धि और यातायात के दबाव को देखते हुए छत्तीसगढ़ सरकार ने वर्ष 2000 के बाद एक नए प्रशासनिक एवं आवासीय केंद्र के निर्माण की योजना बनाई। इसी से जन्म हुआ- नवा रायपुर अटल नगर का। इस शहर का उद्देश्य केवल सरकारी कार्यालयों को स्थानांतरित करना नहीं, बल्कि एक वेल-प्लांड, पर्यावरण-अनुकूल और तकनीकी रूप से उन्नत नगरीय केंद्र बनाना था, जो राज्य के समग्र विकास को दिशा दे सके।
निवेश का बढ़ता केंद्र
नवा रायपुर न केवल रहने के लिए बेहतर शहर है, बल्कि यह निवेश का नया हब भी बनता जा रहा है। आईटी और आईटीईएस उद्योगों के लिए विशेष आर्थिक क्षेत्र विकसित किए गए हैं। शैक्षणिक संस्थान, मेडिकल यूनिवर्सिटी और बिज़नेस पार्क निवेशकों को आकर्षित कर रहे हैं। राज्य सरकार ने निवेशकों के लिए पारदर्शी नीतियाँ, भूमि आवंटन की सुविधा और सिंगल-विंडो सिस्टम लागू किया है। हाल के वर्षों में रियल एस्टेट, शिक्षा, स्वास्थ्य और पर्यटन क्षेत्रों में निजी निवेश में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। इन प्रयासों के कारण नवा रायपुर आज मध्य भारत का एक उभरता हुआ व्यावसायिक और प्रशासनिक केंद्र बन गया है।
रोजगार के अवसरों का होगा सृजन
प्रथम चरण में प्राधिकरण को 02 कंपनियों मेसर्स स्क्वेयर बिजनेस सर्विसेस प्राइवेट लिमिटेड हैदराबाद एवं मेसर्स रेडिकल माइंड्स टेक्नॉलाजिस प्राइवेट लिमिटेड नई दिल्ली से आवेदन प्राप्त हुये हैं। दोनो आवेदकों का कुल वार्षिक टर्न ओवर 110 करोड़ रूपए से ऊपर है, जिनमें वर्तमान में लगभग 6,500 कुशल कर्मचारी आईटी-आईटीज संबंधित गतिविधियों में कार्यरत है। आवेदनकर्ताओं से कुल 90 हजार वर्गफीट के बिल्ट-अप हेतु आवेदन प्राप्त हुए हैं, जिससे लगभग 2,200 कुशल रोजगार के अवसरों का सृजन होगा। इस संबंध में प्राधिकरण द्वारा पुनः आवेदन आमंत्रित किये गये हैं, जिसमें मेसर्स टेल परफारमेंस प्राइवेट लिमिटेड गुरूग्राम एवं मेसर्स एचआरएच नेक्सट सर्विसेस प्राइवेट लिमिटेड हैदराबाद से आवेदन अपेक्षित है। उक्त कंपनियों द्वारा लगभग 1 लाख 60 हजार वर्गफीट में आईटी-आईटीज इकाईयों के संचालन हेतु आवेदन किये जाने की संभावना है, जिससे लगभग 3,800 कुशल रोजगार के अवसरों का सृजन होगा।
नगरीय जीवन का नया आयाम
नवा रायपुर का जीवन आधुनिकता और संस्कृति का सुंदर संगम प्रस्तुत करता है। यहाँ उच्चस्तरीय आवासीय क्षेत्र, स्वच्छ पर्यावरण, और सुगम परिवहन सुविधाएँ लोगों को आकर्षित कर रही हैं। शहर का लाइफस्टाइल मॉडल “वर्क-लिव-प्ले” पर आधारित है। अर्थात जहाँ रोजगार, आवास और मनोरंजन सभी निकटतम दूरी पर उपलब्ध हों।
चुनौतियाँ और भविष्य की दिशा
यद्यपि नवा रायपुर तीव्र गति से विकास कर रहा है, फिर भी कुछ चुनौतियाँ विद्यमान हैं। जैसे प्रारंभिक जनसंख्या वृद्धि की धीमी दर, निजी उद्योगों की सीमित संख्या, और शहरीकरण की सामाजिक स्वीकृति। हालांकि सरकार और नगर प्रशासन इन पर निरंतर कार्य कर रहे हैं। आने वाले वर्षों में मेट्रो कनेक्टिविटी, इलेक्ट्रिक वाहन नेटवर्क और डिजिटल सिटी मैनेजमेंट सिस्टम जैसी परियोजनाएँ इसे विश्व-स्तरीय शहरों की श्रेणी में ला देंगी।
आधुनिक भारत के सपने को करेगा साकार
नवा रायपुर अटल नगर आज आधुनिक भारत के सपने का साकार रूप है एक ऐसा शहर जहाँ योजना, तकनीक, पर्यावरण और निवेश का अद्भुत संगम देखने को मिलता है। यह केवल छत्तीसगढ़ की नई पहचान नहीं, बल्कि पूरे भारत के लिए एक स्मार्ट और सतत नगरीय विकास का मॉडल बन चुका है। तेज़ी से बढ़ते निवेश और उन्नत अधोसंरचना के साथ, नवा रायपुर आने वाले वर्षों में 21वीं सदी के भारत का भविष्य लिखने के लिए पूरी तरह तैयार है। इसी विकास के साथ नवा रायपुर नौकरी का अड्डा भी बन जायेगा। स्थानीय होनहारों को रोजगार पाने भटकने नहीं पड़ेंगे। सरकार सभी वर्ग को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने अग्रसर है। मई 2025 में RackBank Datacenters और छत्तीसगढ़ सरकार ने मिलकर नवा रायपुर में भारत का पहला AI-केंद्रित विशेष आर्थिक क्षेत्र (SEZ) स्थापित करने की घोषणा की। लगभग ₹1,000 करोड़ के निवेश से यह SEZ लगभग 6 एकड़ जमीन पर विकसित हो रहा है, जिसमें 1.5 लाख वर्ग फुट का हाई-टेक डेटा सेंटर शामिल है। इसका उद्देश्य पूरी तरह आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, मशीन लर्निंग और हाई-डेंसिटी कंप्यूटिंग को बढ़ावा देने वाला पहला विशेष आर्थिक क्षेत्र बनाना और Google, Microsoft, OpenAI जैसे वैश्विक टेक कंपनियों को आकर्षित करके नवा रायपुर को देश का प्रमुख AI Innovation Hub बनाना है।
11 अप्रैल 2025 को नवा रायपुर Sector-5 में छत्तीसगढ़ की पहली सेमीकंडक्टर फैब यूनिट की नींव रखी गई, जिसे Polymatech Electronics स्थापित कर रहा है। ₹1,143 करोड़ के निवेश के साथ Gallium Nitride (GaN) तकनीक आधारित चिप निर्माण शुरू होगा, जिसका वाणिज्यिक उत्पादन 2026 में अपेक्षित है। भारत को चिप-निर्माण के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाना और 5G–6G, AI, रडार सिस्टम, पावर इलेक्ट्रॉनिक्स के लिए उच्च गुणवत्ता वाले GaN चिप्स तैयार करना साथ ही लाखों नई तकनीकी नौकरियाँ और स्थानीय युवाओं के लिए चिप-मैन्युफैक्चरिंग में कौशल प्रशिक्षण उपलब्ध कराना ही इसका उद्देश्य है।
वर्ष 2024 में छत्तीसगढ़ सरकार ने नई औद्योगिक नीति 2024–29 जारी की, जिसमें ऊर्जा, इस्पात, कपड़ा, IT-ESDM और MSME सेक्टर पर विशेष प्रोत्साहन शामिल हैं। नीति का ढांचा उद्योगों को आकर्षक कर रियायतें, सब्सिडी और भूमि आवंटन में सुधार के आधार पर बनाया गया है। इस नीति का उद्देश्य राज्य में बड़े पैमाने पर घरेलू और विदेशी निवेश लाना और औद्योगिक आधार को मजबूत करना और युवाओं के लिए रोजगार अवसर बढ़ाना और छत्तीसगढ़ को दक्षिण-पूर्वी भारत का प्रमुख विनिर्माण केंद्र बनाना है।
नवा रायपुर अटल नगर विकास प्राधिकरण (NRDA) को सरकारी वित्तीय सुधारों, राजस्व प्रबंधन और भूमि आवंटन मॉडल की बदौलत 2024-25 के दौरान पूरी तरह ऋण-मुक्त घोषित किया गया। यह उपलब्धि नवा रायपुर के योजनाबद्ध विकास मॉडल और वित्तीय अनुशासन का परिणाम है। भविष्य की इन्फ्रास्ट्रक्चर परियोजनाओं को बिना कर्ज के दबाव के तेज़ी से पूरा करना और निवेशकों का विश्वास बढ़ाना ताकि नवा रायपुर स्मार्ट सिटी, IT सिटी और वाणिज्यिक हब के रूप में बढ़े ही इस नीति का उद्देश्य है।
छत्तीसगढ़ की नई लॉजिस्टिक्स नीति और नवा रायपुर का भू-रणनीतिक स्थान इसे एक प्रमुख लॉजिस्टिक्स हब बना रहा है:
एयरपोर्ट के नज़दीक
6-लेन हाईवे कनेक्टिविटी
भविष्य की रेल लिंक
फास्ट-ट्रैक कस्टम और लॉजिस्टिक्स सुविधाएँ
ईएमसी (Electronic Manufacturing Cluster)- सेक्टर 22 में निर्माण जारी
यहां इलेक्ट्रॉनिक्स, पैकेजिंग, वेयरहाउसिंग और सप्लाई चेन कंपनियों के लिए बड़े अवसर उपलब्ध हैं।



