ग्राम पंचायत सीसदेवरी में तालाबंदी जैसे हालात, सचिव महीने में केवल एक-दो बार ही आते है, ग्रामीण परेशान

ग्राम पंचायत सीसदेवरी में तालाबंदी जैसे हालात, सचिव महीने में केवल एक-दो बार ही आते है, ग्रामीण परेशान
किशोर बंजारे,
पलारी। ग्राम पंचायत सीसदेवरी के ग्रामीण मूलभूत सुविधाओं से वंचित होते जा रहे हैं क्योंकि पंचायत सचिव महीने में केवल एक या दो बार ही गांव आता है। ग्रामीणों के अनुसार, पंचायत भवन हमेशा ताले में बंद रहता है और सचिव से संपर्क करने पर वह टालमटोल कर “कल आऊंगा” कहकर बात टाल देता है।
बुजुर्गों, महिलाओं को हो रही परेशानी
राशन कार्ड, वृद्धा पेंशन, ‘महतारी वंदन योजना’, प्रधानमंत्री आवास योजना जैसी जरूरी योजनाओं के फॉर्म में हस्ताक्षर करवाने के लिए ग्रामीण सचिव का इंतजार करते रहते हैं सुशासन त्यौहार में शिकायत करने के बाद सचिव दो-तीन दिन आया उसके बाद फिर से नहीं आ रहा है। उप सरपंच सूर्यकांत चंद्राकर, पंचगण-ईश्वर फेकर, रागिनी चंद्राकर, रुखमणी साहू के साथ बड़ी संख्या में ग्रामीणों ने इस मुद्दे पर नाराजगी जताई है।
रोजगार सहायक भी नहीं करते काम-
ग्रामीण का कहना यहां है कि ग्राम पंचायत सीसदेवरी में ना ही रोजगार गारंटी चलता है और ना ही रोजगार सहायक द्वारा किसी भी सरकारी योजना का जानकारी देते।रोजगार गारंटी नहीं चलने से लोग बाहर जाने को मजबूर है
मधुमक्खियों का आतंक, लोग घायल
ग्रामीणों ने यह भी बताया कि गांव की पानी टंकी पर मधुमक्खियों का झुंड डेरा डाले हुए है जो आने-जाने वाले ग्रामीणों पर हमला कर देता है। कई लोगों को मधुमक्खियां काट चुकी हैं, कुछ लोग तो बेहोश भी हो चुके हैं। इस विषय में सरपंच और सचिव को कई बार सूचित किया गया, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है।
प्रशासन से मांग – जल्द हो कार्रवाई
ग्रामीणों ने संबंधित जनपद पंचायत एवं जिला प्रशासन से मांग की है कि पंचायत सचिव को नियमित उपस्थिति के निर्देश दिए जाएं।पंचायत भवन को नियमित रूप से खोला जाए। पानी टंकी की मधुमक्खियों को हटाने के लिए वन विभाग या संबंधित एजेंसी को निर्देशित किया जाए।ग्रामीणों को योजनाओं का लाभ समय पर मिले। अगर जल्द समाधान नहीं हुआ, तो ग्रामीण आंदोलन करने या उच्च अधिकारियों से सामूहिक शिकायत दर्ज कराने की चेतावनी भी दे रहे हैं।