
मानव तस्करी केस में जमानत पर रिहाई, सांसद बृजमोहन बोले- दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा…
रायपुर। मानव तस्करी के गंभीर आरोपों में फंसी कैथोलिक नर्सों को एनआईए कोर्ट से जमानत मिलते ही बवाल मच गया है। सांसद बृजमोहन अग्रवाल ने कोर्ट के फैसले पर तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने साफ कहा है कि भले ही अभी उन्हें जमानत मिल गई है, लेकिन भविष्य में वो इस केस में दोषी साबित होंगी।
पूरा मामला विस्तार से—
कैथोलिक नर्सों पर आदिवासी बच्चियों को बहला-फुसलाकर धर्मांतरण कराने और मानव तस्करी में शामिल होने के आरोप हैं। सांसद बृजमोहन ने सवाल उठाया कि “केरल की नन्स को छत्तीसगढ़ में क्या काम है? ये नन्स चार-चार घंटे आकर बच्चियों को लेकर जाती थीं। देश और प्रदेश में आदिवासियों और युवतियों को नौकरी का झांसा देकर धर्म बदलवाया जाता है।”
बृंदा करात को भी लिया आड़े हाथों—
भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) की वरिष्ठ नेता बृंदा करात के बजरंग दल पर दिए बयान पर बृजमोहन अग्रवाल ने पलटवार किया। उन्होंने कहा, “वृंदा करात छत्तीसगढ़ आने की जरूरत क्या है? क्या वे धर्मांतरण के पक्ष में हैं? बच्चियों के साथ जो व्यभिचार और गलत हो रहा है, क्या वो उसके समर्थन में हैं?”
जगन्नाथ सेना को बताया धर्म रक्षक—
सांसद बृजमोहन ने पुरन्दर मिश्रा के नेतृत्व में बनी जगन्नाथ सेना के गठन को जायज ठहराया। उन्होंने कहा, “धर्मांतरण का विरोध करना बिल्कुल सही है। जगन्नाथ सेना का उद्देश्य धर्मांतरण करने वालों के खिलाफ आवाज उठाना है।”
रेल सौगात पर पीएम मोदी को धन्यवाद—
छत्तीसगढ़ को मिलने जा रही रायपुर-जबलपुर ट्रेन की शुरुआत पर सांसद बृजमोहन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार जताया। उन्होंने कहा, “ये प्रदेश के लिए गर्व की बात है। हालांकि, उन्होंने बिलासपुर को इस रूट में जोड़ने की भी मांग की है और आश्वासन दिया कि रेल मंत्री से इस विषय पर बात करेंगे।”
विपक्ष पर साधा निशाना—
सांसद बृजमोहन ने संसद के मानसून सत्र में विपक्ष की भूमिका पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा, “विपक्ष चर्चा करने के बजाय हंगामा ज्यादा कर रहा है। ऑपरेशन सिंदूर जैसे गर्व के विषयों पर भी सकारात्मक चर्चा नहीं कर पा रहे।”