भारतीय टीम ने रचा इतिहास: ऑस्ट्रेलिया को हराकर फाइनल में बनाई जगह

भारतीय टीम ने रचा इतिहास: ऑस्ट्रेलिया को हराकर फाइनल में बनाई जगह
नई दिल्ली। आईसीसी महिला वनडे विश्व कप 2025 के दूसरे सेमीफाइनल में भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने इतिहास रच दिया। गुरुवार (30 अक्टूबर) को खेले गए रोमांचक मुकाबले में भारत ने डिफेंडिंग चैंपियन ऑस्ट्रेलिया को 5 विकेट से हराकर टूर्नामेंट के फाइनल में जगह बना ली। इस शानदार जीत के साथ टीम इंडिया ने तीसरी बार विश्व कप फाइनल में प्रवेश किया है।
भारत की यह जीत न सिर्फ यादगार रही बल्कि इसने एक बार फिर साबित कर दिया कि महिला क्रिकेट में अब भारत किसी भी टीम से पीछे नहीं है। भारत का अगला मुकाबला अब 2 नवंबर को फाइनल में दक्षिण अफ्रीका से होगा, जिसने पहले सेमीफाइनल में इंग्लैंड को हराकर जगह बनाई थी।
ऑस्ट्रेलिया ने रखा था 339 रनों का विशाल लक्ष्य
टॉस ऑस्ट्रेलियाई कप्तान एलिसा हीली ने जीता और पहले बल्लेबाजी का फैसला किया। शुरुआत से ही ऑस्ट्रेलिया ने आक्रामक रुख अपनाया। फीबी लिचफील्ड ने शानदार शतक (112 गेंदों पर 123 रन) जड़ा, जबकि एलीस पेरी (67 रन) और एश्ले गार्डनर (59 रन) ने भी अहम योगदान दिया। निर्धारित 50 ओवर में ऑस्ट्रेलिया ने 338/8 का विशाल स्कोर खड़ा किया।भारत की ओर से रेणुका ठाकुर ने 3 विकेट झटके, जबकि दीप्ति शर्मा और पूजा वस्त्राकर को 1-1 सफलता मिली।
हरमनप्रीत और जेमिमा की साझेदारी बनी मैच का टर्निंग पॉइंट
339 रनों के बड़े लक्ष्य का पीछा करते हुए भारत की शुरुआत थोड़ी धीमी रही। शुरुआती दो विकेट जल्दी गिरने के बाद कप्तान हरमनप्रीत कौर (89 रन) और जेमिमा रॉड्रिग्ज (नाबाद 127 रन) ने मोर्चा संभाला। दोनों ने चौथे विकेट के लिए 175 रनों की साझेदारी कर भारत को जीत की राह पर ला खड़ा किया।हरमनप्रीत ने 92 गेंदों पर 10 चौके और 2 छक्के जड़े, जबकि जेमिमा ने अपने करियर की अब तक की सर्वश्रेष्ठ पारी खेलते हुए 118 गेंदों पर 127 रन बनाए, जिसमें 15 चौके और 3 छक्के शामिल थे।आखिरी ओवरों में जब मैच तनावपूर्ण मोड़ पर पहुंचा, तब जेमिमा ने शानदार आत्मविश्वास दिखाया और 49वें ओवर में चौका लगाकर भारत को ऐतिहासिक जीत दिलाई।
2017 की यादें ताजा, लेकिन अब नजर खिताब पर
यह मुकाबला भारतीय प्रशंसकों को 2017 विश्व कप के सेमीफाइनल की याद दिला गया, जब भारत ने ऑस्ट्रेलिया को हराकर फाइनल में जगह बनाई थी। इस बार भी इतिहास दोहराया गया। फर्क सिर्फ इतना है कि अब टीम इंडिया पहले से ज्यादा मजबूत, अनुभवी और आत्मविश्वास से भरी है।भारत ने इससे पहले 2005 और 2017 में फाइनल में जगह बनाई थी, लेकिन खिताब जीतने से चूक गया था। अब तीसरी बार फाइनल में पहुंचने के बाद पूरी टीम और देश की नजरें उस ऐतिहासिक दिन पर टिकी हैं जब भारतीय महिला टीम पहली बार विश्व विजेता बनेगी
 
				


