छत्तीसगढ़ में लॉकडाउन से पूर्व जमकर हुई खरीदारी, गुड़ाखू और पान मसाले बिके दोगुने दाम पर
खरसिया। मंगलवार का दिन वीकली मार्केट-डे रहा, वहीं बुधवार को लगने वाले लॉकडाउन को लेकर बाजार में जमकर खरीदारी देखी गई। बाजार की भीड़ ने ना सिर्फ सोशल डिस्टेंसिंग को तार-तार किया वरन् दुकानों पर भी भरपूर गहमागहमी देखी गई, ऐसे में संक्रमण को फैलने का इतना अधिक अवसर मिला कि आगामी 9 दिनों के कंप्लीट लॉकडाउन में भी इसकी भरपाई नामुमकिन कही जा सकती है।
आम लोगों के बीच ऐसी बातें सुनने को मिलती रहीं कि लॉकडाउन के दिन और अधिक भी हो सकते हैं। ऐसे में हर कोई महीने भर से अधिक का राशन इकट्ठा करने में जुटा रहा। वहीं तेल शक्कर आलू दाल चावल गेहूं तथा अन्य राशन सामग्रियों में दुकानदारों ने औने पौने दाम लेने में भी कोई कसर नहीं छोड़ी।
गुड़ाखू और पान मसाले बिके दोगुने दाम पर :
व्यसन की सामग्री कहें या ज्यादातर लोगों की पसंद बन चुके गुड़ाखू और पान मसाले गुटखा आदि की बिक्री अन्य दिनों की बनिस्बत चौगुनी देखी गई। वहीं खास बात यह रही कि सामान्य रेट से दोगुने से भी अधिक दामों में लोगों ने गुड़ाखू तथा पान मसाले खरीदे।
गुड़ाखू तथा पान मसाले ने तो उन्हें भी व्यापारी बना दिया जो थोड़ा सा रसूख रखते हैं और लॉकडाउन के दौरान व्यसन की इन चीजों को चौगुने भाव में बेचने की कूवत रखते हैं या फिर कालाबाजारी करने के शौकीन हैं।
सुना जा रहा है कि 4-6 रसूखदारों ने तो लॉकडाउन में कालाबाजारी करने के लिए पांच-पांच सौ पेटी गुड़ाखू बुक भी करवा लिया है। पिछले लॉकडाउन में पुलिस कार्रवाई के दौरान 250 पेटी गुड़ाखू जप्त किया गया था। वहीं इस बार यदि पुलिस और प्रशासन सख्त हो जाए तो बेहिसाब कालाबाजारी रोकी जा सकती है।