खेतिहर मजदुरों के लिए 6000 प्रति वर्ष देने की घोषणा सराहनीय: केशरी मोहन साहू
आरंग। जिला पंचायत सदस्य केशरी मोहन साहू ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का आभार व्यक्त किया! क्योंकि, उन्होंने जो खेतिहर मजदूर के लिए 6000 की घोषणा की है वह बहुत ही खुशहाल कर देने वाली घोषणा है! क्योंकि खेतिहर मजदूर के पास कोई सुविधा नहीं होती है खेती किसानी के समय मजदूरी कर जैसे तैसे अपना जीवन यापन कर रहे होते हैं भूपेश सरकार की ये घोषणा उनके लिए बहुत लाभकारी होगा आज भारत के 74 साल के इतिहास में पहली बार ऐसा कुछ हुआ है जिसे सोच कर सुनकर मुझे बहुत खुशी हुई है छत्तीसगढ़ सरकार ने प्रदेश के खेतिहर मजदूरों को प्रतिवर्ष एकमुश्त 6000 रुपए देने का फैसला किया है यहां वह तबका है जो रोजगार की तलाश में देश भर की खाक छानता है।
भुखमरी झेलता है, शोषण उत्पीड़न का शिकार होता है, कोविड-19 का भी सर्वाधिक दुष्प्रभाव इसी प्रभाव इसी पर पड़ता है यह बात कही जा सकती है 6 हजार रुपयों में क्या होता है लेकिन यह भी सच्चाई है कि स्वास्थ्य रोजगार जैसे बुनियादी मुद्दे परवीन भूपेश सरकार के द्वारा शुरू की गई योजनाओं का लाभ इस तबके को पहले मिल रहा है जिला पंचायत सदस्य केसरी मोहन साहू ने बताया की यह योजना इस वक्त इसलिए महत्वपूर्ण है ।
क्योंकि केंद्र सरकार खेतिहर मजदुरों की बात तो दुर किसानों को 8 महीने दे धरने करवा रही है, मजदूरों या फिर खेतिहर मजदूरों की चिंता तो उसे कभी रही ही नहीं इस जैसी योजनाओं का छत्तीसगढ़ को तत्कालीन लाभ यहा मिला है कि पिछले 2.5 साल में प्रदेश में किसनों की संख्या लगभग 5 लाख बढ़ गई है दिलचस्प है कि इन किसानों में पहले कई खेतीहर मजदूर थे एक किसान मुख्यमंत्री ही तो ऐसा सोच सकता था इस योजना के लिए जिला पंचायत सदस्य केशरी मोहन साहू ने किसान हितैषी सरकार के प्रति आभार व्यक्त किया,