इस जिले में भ्रष्ट सचिव को किसका संरक्षण, फर्जी आहरण के बाद अब तक नहीं हुई कार्यवाही..?
गरियाबंद। यह मैनपुर है साहब यहां कुछ भी हो सकता है जी हां आपने सही यहां कुछ भी हो सकता सचिव की मनमानी से लेकर अधिकारी के सुस्त रवैया तक कुछ भी हो सकता यहां तो सेटिंग में खुलेआम भ्रष्टाचार हो सकता है बिना कार्य के राशि निकल सकती है और जिम्मेदारों के संज्ञान के बाद कार्यवाही भी नही होती अगर सब कुछ सार रूप में कहे तो भ्रष्टाचार का गढ़ है मैनपुर।
हमने बीते दिनों कुहीमाल सचिव की काली करतूत को उजागर कर लगातार खबर प्रकाशन भी किया था और मैनपुर मुख्य कार्यपालन अधिकारी असीश अनुपम टोप्पो ने कार्यवाही की बात भी कही लेकिन सप्ताह भर समय बीत जाने के बाद भी कार्यवाही का न करना अधिकारी के कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान खड़ा करता है की ऐसी कोनसी मजबूरी थी जिसके कारण सप्ताह भर बाद भी कार्यवाही की प्रक्रिया शुरू नही हो पाई।
एक और जहां छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ऑन स्पॉट कार्यवाही कर रहे हैं तो दूसरी और मैनपुर जनपद के अधिकारी सप्ताह भर में भी कार्यवाही नहीं कर पा रहे हैं।
अब देखना यह होगा कि इस खबर के बाद से जिम्मेदारों पर कार्यवाही होती है या कार्यवाही के लिए मुख्यमंत्री जी के दौरे का इंतजार करना पड़ता है।