नेशनल/इंटरनेशनल

वंदे भारत एक्सप्रेस पर सोमवार देर रात अचानक पथराव,, ट्रेन की खिड़की के शीशे टूटे ओवैसी उनके निशाने पर बाल-बाल बचे…

 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस साल 30 सितंबर को गांधीनगर-मुंबई सेंट्रल वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन को गांधीनगर से हरी झंडी दिखाकर रवाना किया था। इस वंदे भारत एक्सप्रेस से एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी भी यात्रा कर रहे थे। बताया जा रहा है कि, ट्रेन की खिड़की के शीशे टूट गए थे पर ओवैसी इस घटना में बाल-बाल बच गए। असदुद्दीन ओवैसी के साथ सफर कर रहे AIMIM पार्टी नेता वारिस पठान ने दावा किया था कि, कुछ अज्ञात लोगों ने ट्रेन पर जोर से पत्थर मारकर शीशा तोड़ दिया। और उनका दावा है कि, ओवैसी उनके निशाने पर थे। AIMIM के दावे का दरकिनार कर रेलवे ने बड़ा खुलासा किया। पश्चिम रेलवे की बड़ौदा जीआरपी ने बताया कि, ट्रेन पर कोई पथराव नहीं किया गया था। ट्रेन की स्पीड की वजह से कुछ पत्थर उछल कर ट्रेन के शीशे से जाकर टकरा गए थे, इससे शीशे में दरार आ गई थी। यह घटना सूरत से करीब 20-25 किमी पहले हुई थी।

AIMIM की चुनावी तैयारियों का जायजा लेने असदुद्दीन ओवैसी भी गुजरात दौरे पर पहुंचे। जहां उन्होंने एक जनसभा को सम्बोधित किया। फिर वंदे भारत एक्सप्रेस से अहमदाबाद से सूरत की यात्रा की। वंदे भारत एक्सप्रेस पर पथराव की घटना सूरत से सिर्फ 20 से 25 किमी दूर तब हुई। AIMIM के वारिस पठान ने इस घटना को एक नया मोड़ दे दिया। कहा है कि, यह हमला ओवैसी पर किया गया था। पठान ने कहा कि, आप पथराव से हमारे अधिकारों के लिए हमारी आवाज कभी नहीं दबा सकते हैं। पत्थरबाजी जान बूझकर कर की गई थी ताकि ओवैसी को चुनाव में आगे बढ़ने से रोका जा सके।

वारिस पठान ने ट्वीट से इस घटना की कई तस्वीरें भी शेयर की थीं। पर अब रेलवे ने इन वारिस पठान के सभी दावों को खारिज कर दिया है। पश्चिम रेलवे की बड़ौदा जीआरपी ने साफ-साफ कहाकि, ट्रेन पर कोई पथराव नहीं किया गया था। ट्रेन की

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button