सायबर सेल अब बैल पकड़ने में लगी है, तो सायबर अपराध को पकड़ेगा कौन ?
महासमुंद। स्थानीय प्रेस क्लब में शनिवार को आयोजित प्रेस वार्ता में बरोंडाबाजार पंचायत क्षेत्र के अधिकृत मवेशी ठेकेदार नीलमणी शर्मा ने डीजीपी द्वारा गठित साइबर सेल की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाया।
नीलमणी ने कहा कि वे बरोंडाबाजार के मवेशी बाजार के अधिकृत ठेकेदार नीलमणी शर्मा है। 17 फरवरी को उनके बाजार से किसानों ने बैल, बछड़ा व भैंस खरीदा और वाहन का प्रबंध कर देर शाम अपने गांव लौट रहे थे,
जिन्हे सादे कपड़े में कुछ लोगों ने रोक लिया । पूछताछ किया। उनकी पर्ची छीना और थाना ले गए। 15-16 लोगों को लॉकअप में बंद कर दिया। सूचना पर जानकारी लेने पहुंचा तो जिम्मेदार बात करने वाला नहीं था। कहा गया सुबह बात करेंगे।
सुबह टीआइ को सभी दस्तावेज दिखाने पर छोड़ा गया। इस पर नीलमणी ने कहा कि सिटी कोतवाली के कुछ ही दूरी पर साइबेर सेल के लोग बगैर वर्दी में किसानों को रोक कर अनावश्यक परेशान कर रहे हैं।
उन्हें पीट रहे हैं, लाकअप में बंद कर रहे हैं। क्या यह साइबर अपराध था, जिसे रोकने साइबर सेल पहुंची थी। साइबर क्राइम को रोकने गठित टीम बैल पकड़ रही है। यह विचारणीय है। नीलमणी ने एटीएम फ्राड, आनलाइन ठगी रोकने में साइबर से कम और बैल पकड़ने में अधिक ध्यान दे रही है। उन्होनें इस पूरे घटनाक्रम से डीजीपी को अवगत कराने की बात कही है।