छत्तीसगढ़ मे अल्ट्राटेक हिरमी सीमेंट महिला पंचायत प्रतिनिधियों का पंचायती राज पर प्रशिक्षण
रायपुर। केंद्रीय श्रमिक शिक्षा बोर्ड रायपुर तथा अल्ट्राटेक के ग्रामीण विकास केंद्र हिरमी के संयुक्त तत्वाधान में महिला पंचायत प्रतिनिधियों का प्रशिक्षण कार्यक्रम गत बुधवार को आयोजित किया गया जिसमें ग्राम हिरमी, कु थरोद, सकलोर तथा परसवानी की 35 से अधिक महिला पंचायत प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया।
कार्यक्रम में केंद्रीय श्रमिक शिक्षा बोर्ड के जिला अधिकारी कोमल सिंह ठाकुर, जनपद सदस्य अनुपम अग्रवाल, संयंत्र से प्रशासनिक प्रमुख जितेंद्र सिंह तंवर तथा ग्रामीण विकास से वैभव त्रिपाठी उपस्थित थे।
कार्यक्रम का प्रमुख उद्देश्य महिला पंचायत प्रतिनिधियों को पंचायती राज के मूलभूत अधिकारों की जानकारी देना तथा पंचायत प्रतिनिधि के रूप में उनके कर्तव्य के प्रति उन्हें जागरूक करना था जिससे पंचायती राज के क्रियान्वयन में वह अपना सुचारू एवं सक्रिय रूप से योगदान दे सकें। जनपद सदस्य अनुपम अग्रवाल ने अपनी लगातार तीन बार जनपद सदस्य के पद पर जीतकर कीर्तिमान बनाने के कारकों पर प्रकाश डालते हुए महिला पंचायत प्रतिनिधियों को उनके अधिकार एवं कर्तव्यों के बारे में विस्तार से बताया।
संयंत्र के प्रशासनिक प्रमुख जितेंद्र सिंह तंवर ने बताया कि ग्राम की दिशा और दशा तय करने में महिला जनप्रतिनिधि का बहुत ही महत्वपूर्ण योगदान होता है अगर महिलाए जागरूकता के साथ आगे आए तो ग्राम ग्राम का दुत्र गति से विकास हो सकता है, उन्होंने आस्वस्त किया कि ग्राम विकास में संयंत्र आप लोगो के साथ कदम से कदम मिलाकर विकाश के लिए कटिबद्ध है।
कार्यक्रम में श्रीमती तारिणी राजपूत ने अपने अनुभव को साझा करते हुए कहा कि पंचायती राज में महिलाओं का महत्वपूर्ण योगदान है इसके महिलाओं को अपने अधिकार एवं कर्तव्य के प्रति जागरूक होना चाहिए जिससे वह इसका इस्तेमाल करके अपना साथी गांव का भी विकास कर सके।
उपस्थित विभिन्न महिला पंचायतों ने अपनी जिज्ञासाओं को साफ करने हेतु विभिन्न प्रकार के प्रश्न किए जिसका जवाब केंद्रीय श्रमिक शिक्षा बोर्ड के शिक्षा अधिकारी श्री कोमल सिंह ठाकुर ने दिया।
कार्यक्रम के अंत में उपस्थित महिला पंचायत प्रतिनिधियों ने प्रशिक्षण को अपने लिए उपयोगी बताया तथा कहा कि इस प्रकार के प्रशिक्षण कार्यक्रम आगे भी होने चाहिए जिससे उन्हें शासन की विभिन्न योजनाओं की जानकारी मिले इसके साथ उनकी क्षमता वृद्धि भी हो।कार्यक्रम को सफल बनाने में ग्रामीण विकास विभाग से पीतम पटेल, मनोज कुमार, उमाशंकर का विशेष योगदान रहा।