छत्तीसगढ़ में मुख्य सचिव ने बताए कुशल प्रशासनिक अधिकारी बनने के गुण
रायपुर। मुख्य सचिव अमिताभ जैन ने आज यहां मंत्रालय महानदी भवन में 2019 बैच के भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारियों को सामान्य चर्चा के दौरान कुशल प्रशासनिक अधिकारी बनने के लिए जरूरी गुणों के विषय में जानकारी दी।
जैन ने उन्हें बताया कि प्रशासनिक अधिकारी के रूप में संवेदनशीलता के साथ किसी भी समस्या को समझकर उसके निराकरण के लिए सही निर्णय लेना जरूरी होता है। इसके लिए वरिष्ठ अधिकारियों के साथ ही विभागीय वरिष्ठ सहयोगियों के अनुभवों का लाभ लिया जाना सही होता है।
प्रशासनिक अधिकारी के रूप में कार्य करते हुए अपने भावनाओं और वाणी पर नियंत्रण रखते हुए समस्याओं का निराकरण का प्रयास करना चाहिए। शासन के नियम-कानूनों का नियमित रूप से अध्ययन करते हुए उनका सही तरीके से इस्तेमाल करना चाहिए।
प्रशासनिक अधिकारी के रूप में विकास कार्यों का आम जनता के हित में सही क्रियान्वयन ही कुशल प्रशासनिक अधिकारी की पहचान होती है। श्री जैन ने सभी प्रशिक्षु अधिकारियों को इन गुणों के साथ काम करने की सलाह दी है।
जैन ने प्रशिक्षु अधिकारियों के अब तक प्रशिक्षण और उसके अनुभव के विषय में भी जानकारी ली। इस दौरान छत्तीसगढ़ प्रशासन अकादमी की महानिदेशक रेणु जी पिल्ले और मुख्य सचिव कार्यालय की उप सचिव जयश्री जैन उपस्थित थे। 2019 बैच के भारतीय प्रशासनिक सेवा के परिवीक्षाधीन अधिकारियों के उन्मुखीकरण प्रशिक्षण का कार्यक्रम 22 फरवरी से 19 मार्च तक छत्तीसगढ़ प्रशासन अकादमी निमोरा में संचालित हो रहा है।
परिवीक्षाधीन अधिकारी के रूप में जितेन्द्र यादव को सहायक कलेक्टर दुर्ग, ललितादित्य नीलम सहायक कलेक्टर बिलासपुर, सुश्री नम्रता जैन सहायक कलेक्टर रायपुर, रेना जमील सहायक कलेक्टर बस्तर और विश्वदीप को सहायक कलेक्टर सरगुजा के रूप में पदस्थ किया गया है।