छत्तीसगढ़ में जिला खाद्य शाखा में व्याप्त भ्रष्टाचार को आखिर कौन दे रहा है संरक्षण
गरियाबंद : कार्यालय कलेक्टर ( खाद्य शाखा ) गरियाबंद में व्याप्त भ्रष्टाचार के मामले आये दिन सुर्खियों में रहते हैं किंतु समुचित कार्यवाही नहीं होने के कारण ये सिलसिला थमने का नाम नही ले रहा है।
चर्चा है कि इसका कारण लंबे समय से जमे हुए अधिकार है। जिले में फिर एक बार फर्जी राशनकार्ड का मामला सामने आया है। इसके पूर्व भी जून जुलाई माह में गरीबो से राशन कार्ड के बदले दो – दो हजार रुपये लेने की बात सामने आई थी।
अब मैनपुर ब्लॉक के ग्राम सरगीगुडा में चार ग्रामीणों के पास फर्जी राशनकार्ड मिलने की बात सामने आई है। इन फर्जी राशनकार्डस का खुलासा पंचायत सचिव की जागरूकता से हुआ। बताया जा रहा है कि इन राशनकार्डस पर मैनपुर जनपद सीईओ एनएस ध्रुव के फर्जी हस्ताक्षर और सील मोहर लगी है। ग्रामीणों के द्वारा चारों फर्जी राशनकार्ड धारियों के नाम व नंबर सहित पंचनामा किया गया है।
राशनकार्ड धारियों ने गांव के ही प्रकाश कश्यप को प्रति राशनकार्ड दो हजार रुपये देना स्वीकार किया है।
दूसरी तरफ इस मामले में मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत मैनपुर द्वारा , फर्जी सील व हस्ताक्षरित 04 राशनकार्ड तथा पंचनामा की मूल प्रति थाना प्रभारी देवभोग को सौंपते हुये , दोषी व्यक्ति पर सख्त कार्यवाही करने तहरीर दी है।
पीडीएस राशन की बड़े पैमाने पर हेरा – फेरी
बीते वर्ष बड़े पैमाने पर जिले के छुरा व फिंगेश्वर ब्लॉक की पीडीएस दुकानों से राशन चोरी का मामला उजागर हुआ था , पुलिस के द्वारा रात्रि काल में राशन से भरे ट्रक्स पकड़े गये थे, इस मामले में 16 लोगों को जेल भेजा गया था ,साथ ही छह ट्रकों को जप्त किया गया था।
जिसके बाद खाद्य अधिकारी हुलास कुमार डड़सेना का तबादला करते हुए उन्हें एक तरफा रिलीफ़ कर दिया गया था, किन्तु जिले वासियों की बदकिस्मती से वे अब भी यही जमे हुए हैं।
जानकारी के अनुसार पीडीएस राशन की हेरा फेरी के मामले की जांच अब तक जारी है किंतु खाद्य विभाग इस मामले को लेकर गंभीर नही है और जांच लंबित रखने के प्रयास किये जा रहे हैं।
एजेंट रखने की बात सामने आ रही है
कुछेक मीडिया रिपोर्ट्स में खाद्य अधिकारी द्वारा राशनकार्ड के लिए एजेंट रखने की बात सामने आई है। बताया जा रहा है कि हस्ताक्षर और मोबाइल नंबर लेकर वे किसी व्यक्ति को राशनकार्ड दे देते हैं।
जबकि नया राशनकार्ड बनने के बाद सम्बन्धित जनपद कार्यालय या नगरीय क्षेत्र में नगर पालिका में भेजा जाता है।
अनुपस्थिति खाद्य निरीक्षक को वेतन भुगतान
जिला खाद्य अधिकारी द्वारा अनुपस्थिति खाद्य निरीक्षक को वेतन भुगतान किए जाने की शिकायत कलेक्टर से की गई है।
शिकायत के अनुसार विभाग के एक खाद्य निरीक्षक बिना पूर्व सूचना के अपने कर्तव्य से अनाधिकृत रूप से अनुपस्थित रहे , इसके बावजूद उनका वेतन भुगतान कर दिया गया। शिकायत किये दो माह से अधिक समय व्यतीत हो गया , अब तक जांच लंबित है।