छत्तीसगढ़ में नान घोटाले पर एसआइटी जांच को लेकर उठाए सवाल
बिलासपुर। नान घोटाले को लेकर नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक की जनहित याचिका पर बहस चल रही है। उन्होंने इस मामले में अलग से एसआइटी जांच पर सवाल उठाया है। उनके वकील की बहस अभी अधूरी है। प्रकरण की अगली सुनवाई 16 अप्रैल को होगी। पिछली सुनवाई के दौरान मामले में भाजपा नेता विक्रम उसेंडी की याचिका पर बहस पूरी हुई।
फिर नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक की जनहित याचिका पर बहस शुरू की गई। बीते पांच मार्च को उनके वकील की बहस अधूरी रह गई थी।
शुक्रवार फिर उनके वकील ने वरिष्ठ अधिवक्ता महेश जेठमलानी व विवेक शर्र्मा ने कहा कि पूरे प्रकरण में जांच कराने के लिए अलग से एसआइटी गठित करने की कोई आवश्यकता नहीं है। केंद्र की जांच एजेंसी मामले की विधिवत जांच कर रही थी।
इस बीच राज्य शासन ने अधिकार क्षेत्र से बाहर जाकर एसआइटी जांच टीम का गठन कर दिया है। उन्होंने एसआइटी जांच की वैधानिकता पर सवाल उठाए और शासन के निर्णय को अवैधानिक बताया। जस्टिस पीसेम कोशी व जस्टिस पीपी साहू की स्पेशल डिवीजन बेंच में बहस शाम तक चलती रही। कोर्ट का समय पूरा होने के कारण बहस अधूरी रही।
इस बहुचर्चित घोटाले को लेकर कई याचिकाएं लंबित हैं। इनमें जनहित याचिकाएं भी शामिल हैं। याचिकाकर्ता व अधिवक्ता सुदीप श्रीवास्तव की बहस पहले ही पूरी हो चुकी है। फिर बाद में हमर संगवारी की ओर से बहस शुरू की गई।
उनकी तरफ से बहस पूरी होने के बाद हस्तक्षेप याचिकाकर्ता दायर करने वाले बीजेपी नेता विक्रम उसेंडी की तरफ से भी बहस की गई। उन्होंने हमर संगवारी की याचिका को बिना तथ्य और प्रमाण के प्रस्तुत करने की बात कही है।