मानसिक तनाव पर संयम एक बेहतर विकल्प: टिया ABVP
सारंगढ़। शैक्षणिक माहौल की अस्थिरता से अभिभावकों का चिंतिंत होना स्वाभाविक है किंतु तत्कालीन वातावरण जिस माहमारी के कुचक्र में धंसा है देखते हुए संयम की आवश्यकता है साथ ही इस बात को बतौर गंभीरता विद्यार्थियों से अधिक चिंतन अभिभावकों को करनी होगी।
विगत वर्ष भी आज के इन्हीं दिनों में विद्यार्थियों की शिक्षण शैली से लेकर सम्बन्धित संस्थानों सहित शिक्षा विभाग में कैसी उथल पुथल मची थी इस बात से कोई अनभिज्ञ नहीं।यह माहमारी का प्रकोप जिस तेजी से विक्राल रूप साध रहा है जाहिर सी बात है समस्त क्षेत्रों के कार्यप्रयोजनो में अस्थिरता उत्पन्न होगी जिससे युवा वर्ग खासकर विद्यार्थियों व उनके अभिभावकों को संयम से महौलानुसार दिशा निर्देशों का पालन करते चलना चाहिए।
सरकार द्वारा परीक्षा के समयक्रम को लेकर जो भी फेर बदल किया जाना है वह अपनी जगह है लेकिन इसपर ध्यान आवश्यकता से अधिक केंद्रित होने लेगेंगे तो मानसिक तनाव के बढ़ने की सम्भवना भी उतनी बढ़ेंगी इसलिए ध्यान रखना होगा आदेश दिशा निर्देश अपनी जगह व अपनी तैयारियां व आत्मसयंम अपनी जगह बरकरार रखनी होगी।बावजूद इन सबके अधीर समस्याओं के लिए विद्यार्थी परिषद से संपर्क में रहते हुए समस्या साझा करने का विकल्प भी उचित साबित होगा।
पाठक गण ध्यान दीजिएगा इस महामारी काल में विद्यार्थियों के साथ अभिभावकों में संयम की खास आवश्यकता है।