कोरोना नियंत्रण हेतु शत् प्रतिशत लोगों का हो वैक्सीनेशन, दिए आवश्यक दिशा – निर्देश : गरियाबंद कलेक्टर
गरियाबंद। कलेक्टर श्री निलेशकुमार क्षीरसागर ने सोमवार को अधिकारियों की वर्चुअल मीटिंग में जिले में कोरोना नियंत्रण कार्यो की समीक्षा की। साथ ही अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिये। कलेक्टर ने कहा कि जिले में कोरोना नियंत्रण हेतु बेहतर प्लानिंग के साथ शत् प्रतिशत लोगों का वैक्सीनेशन सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने टीकाकरण कार्य हेतु बड़े गांवों को फोकस करने के साथ ही जनप्रतिधियों के सहयोग से गांव के शत् प्रतिशत लोगों का टीकाकरण कराने कहा। वैक्सिनेशन कार्य में गति लाने के लिए संबंधित क्षेत्र के एसडीएम द्वारा विकासखण्ड स्तर के अधिकारियो की ड्यूटी लगाई जाए।
कलेक्टर ने कहा कि वैक्सिनेशन का प्रथम डोज के पश्चात जिनको द्वितीय डोज लगना है, ऐसे लोगों की विकासखण्डवार सूची बनाई जाए। उन्होंने कहा कि सभी विभाग के अधिकारी-कर्मचारियों को कोरोना वैक्सीन का टीका लगाना जरूरी है। कलेक्टर ने विभाग प्रमुख अधिकारियों को अधीनस्थ अधिकारी-कर्मचारियों को वैक्सीनेशन हेतु निर्देशित करने कहा। कलेक्टर ने अधिकारियों को संबंधित मुख्यालय में रहने की हिदायत दी। उन्होंने कहा कि बिना अनुमति के अधिकारी मुख्यालय न छोड़े। अस्वस्थ्य होने की स्थिति में अनुमति लेकर ही उपचार हेतु बाहर जायेंगे। कलेक्टर ने कहा कि जिले में कोरोना नियंत्रण हेतु सभी विभाग के अधिकारियों को कार्य सौंपे गये हैं। इस संकट की घड़ी में स्वयं को सुरक्षित रखते हुए सौपे गये दायित्वों का निर्वहन बेहतर ढंग से करना है। कलेक्टर ने अवगत कराया कि शासन के निर्देशानुसार आगामी 01 मई से 18 वर्ष से अधिक आयु वर्ग का कोरोना वैक्सिनेशन किया जाना है।
जिले में उक्त कार्य योजनाबद्ध ढंग से हो, इस हेतु अधिकारी विभागीय समन्वय के साथ बेहतर प्लान सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि 18 वर्ष से अधिक आयु वर्ग वालो का मतदाता सूची अनुसार ग्राम पंचायतवार सूची बनाई जाए। जिन गांवों में ज्यादा वैक्सीनेशन हुआ है, ऐसे गांवों को लक्ष्य में रखकर 01 मई से 18 वर्ष से अधिक आयु वालो का टीकाकरण कराई जाए। उन्होने जनपद सीईओ को ग्राम स्तर पर टीकाकरण शिविर लगाने हेतु स्थान चयनित करने के निर्देश दिये। साथ ही टीकाकरण स्थल भवन में समुचित प्रबंध सुनिश्चित करने कहा। कलेक्टर ने बताया कि 18 वर्ष से अधिक आयु वालों के लिए 28 अप्रैल से पंजीयन प्रारंभ होना है।
जिले में पंजीयन कार्य अभियान चलाकर किया जाए। उन्होंने इसके लिए मानव संसाधन की आवश्यकता हेतु प्लानिंग करने सीएमएचओ को निर्देशित किया। पंजीयन एवं वैक्सीनेशन कार्य में गति लाने जिले के राजस्व निरीक्षक सर्कलवार नोडल अधिकारी नियुक्ति किये जाए। कलेक्टर ने सभी एसडीएम को निर्धारित लक्ष्य के मुताबिक लोगों का कोरोना टेस्टिंग एवं वैक्सीनेशन कराने के निर्देश दिये। पॉजिटिव व्यक्ति के संपर्क में आने वाले सभी प्राइमरी कांटेक्ट वालो का एंटीजन टेस्टिंग कराई जाए। कलेक्टर ने नगरीय निकायों एवं कस्बायी क्षेत्रों के होम आइसोलेशन में रहने वालो पर निगरानी हेतु वार्ड अनुसान कर्मचारियों की ड्यूटी लगाने की निर्देश दिये। उन्होंने सभी एसडीएम, बीएमओ और जनपद सीईओ को संबंधित क्षेत्र के मितानिनों को दवाई किट के संबंध में अच्छी तरह से प्रशिक्षित करने कहा। कलेक्टर ने कहा कि कोरोना संबंधी दवाई किट सभी मितानिनों के पास उपलब्ध हो, यह सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने कुछ मितानिनों के पास ऑक्सीमीटर भी उपलब्ध कराने सीएमएचओ को निर्देशित किया। कलेक्टर ने कहा कि संकट के समय में ज्यादा से ज्यादा लोगों को दवाई कैसे मिले इस हेतु संबंधित एसडीएम, जनपद सीईओ और बीएमओ अपने स्तर से व्यवस्था सुनिश्चित कर लेंवे। पॉजिटिव आने के बाद भी विशेषकर युवा वर्ग बाहर घुम रहे है, ऐसे लोगों पर विशेष निगरानी रखी जाए।
कलेक्टर ने कहा कि कोरोना नियंत्रण के साथ लोगों की जान बचाना उद्देश्य होना चाहिए। इसको ध्यान में रखते हुए आगामी 6 माह के लिए कार्य योजना बनाई जाए। बैठक में बताया गया कि कोरोना से मृत शरीर के निपटान हेतु व्यवस्था के साथ ही नगरीय निकाय क्षेत्रों में चयनित शव दहन स्थल आगामी वर्षा ऋतु को ध्यान में रखते हुए व्यवस्था सुनिश्चित किया जाए। विकासखंडों हेतु नियुक्त जिला अधिकारियों को निर्धारित बिंदुओं में जानकारी प्राप्त कर जानकारी प्रतिवेदन प्रतिदिन जिला कार्यालय के नियंत्रण कक्ष में प्रस्तुत करना होगा। वर्चुअल मीटिंग में जिला पंचायत सीईओ श्री चन्द्रकांत वर्मा, अपर कलेक्टर श्री जे.आर.चौरसिया, सीएमएचओ डाॅ. एन.आर. नवरत्न, सिविल सर्जन डाॅ. जी.एल. टंडन भी उपस्थित थे तथा सभी जिला प्रमुख अधिकारी, सभी एसडीएम, सभी जनपद सीईओ, सभी बीएमओ भी वर्चुअल मीटिंग में ऑनलाइन के माध्यम से शामिल हुए।