छत्तीसगढ़ में जिले के हर विकासखंड मुख्यालय में बनेंगे कंट्रोल रुम, कलेक्टर ने ऑक्सीजन सेंटर बनाने दिए निर्देश
रायपुर। जिले के हर विकासखंड मुख्यालय में कंट्रोल रूम बनाया जाएगा। इस संबंध में कलेक्टर डॉ. भारतीदासन ने जिले के सभी अनुविभागीय अधिकारी ( राजस्व) सह अनुविगागीय दंडाधिकारी, सभी जनपदों के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों और सभी नगर पंचायत और नगर पालिका के मुख्य नगर पालिका अधिकारियों को अपने- अपने क्षेत्र में हर संभव प्रयास करने के निर्देश दिए हैं।
कलेक्टर ने कहा है कि ग्रामीण क्षेत्रों में विगत सप्ताह से कोविड-19 पॉजिटिव प्रकरणों में उल्लेखनीय वृद्धि देखी जा रही है। कोविड से बचाव, रोकथाम एवं नियंत्रण के लिए हर संभव प्रयासो और पूर्व से किए जा रहें कार्यों को सर्वोच्च प्राथमिकता के साथ तय करें। कलेक्टर ने विकासखण्ड मुख्यालय में आवश्यक संख्या में योग्य अधिकारियों -कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई है।
उन्हें तत्काल एक 24*7 कंट्रोल रुम स्थापित कर इसके दूरभाष नंबर का प्रचार-प्रसार सम्पूर्ण ग्रामीण क्षेत्र में व्यापक रूप से करने को कहा है। उन्होंने कंट्रोल रुम या अन्य किसी माध्यम से प्राप्त सूचना पर समुचित कार्यवाही अविलंब करने के निर्देश दिए हैं।
कलेक्टर ने विकासखंड के अंतर्गत संचालित अस्पतालों और कोविड केयर सेंटर में बेड, ऑक्सीजन बेड, ऑक्सीजन सिलेंडर की व्यवस्था एवं ऑक्सीजन की नियमित आपूर्ति की व्यवस्था अनुविभागीय दण्डाधिकारी से समन्वय से करने को कहा है।
उन्होनें कहा है कि ग्रामीण क्षेत्र में कोविड पॉजिटिव पाए गए लक्षण-रहित व्यक्तियों के निवास-गृह में आवश्यक व्यवस्था उपलब्ध होने की स्थिति में होम आइसोलेशन की अनुमति दी जानी है। निवास गृह अपर्याप्त / आवश्यक व्यवस्था अनुपलब्ध होने दशा में उपयुक्त आईसोलेशन सेंटर/ कोविड-19 केयर सेंटर में रखा जाना है। होम आइसोलेशन में रखे गए पॉजिटिव व्यक्तियों को निर्धारित प्रोटोकॉल अनुसार दवा वितरण भी किया जाना है।
समुचित कार्य-योजना बनाकर उपयुक्त अधिकारी / कर्मचारियों की ड्यूटी लगाते हुए इसकी कार्यवाही तय करें। उन्होनें ब्लॉक मेडिकल ऑफिसर से आवश्यक सहयोग प्राप्त करते हुए सभी विकासखंड मुख्यालय में ऑक्सीजन सेंटर स्थापित करने को कहा है। इससे किसी भी आपात-स्थिति की दशा में प्रभावी सहायता एवं कार्यवाही की जा सकें।
उन्होनें नगरीय पालिका परिषद तिल्दा-नेवरा, गोबरा नवापारा और आरंग में न्यूनतम 30 बेड का ऑक्सीजन सुविधायुक्त कोविड-19 केयर सेंटर तत्काल स्थापित करने के निर्देश दिए हैं। इसके लिए नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग के निदेर्शानुसार और अध्यक्ष / पार्षदों से समन्वय करते हुए पार्षद निधि की राशि का उपयोग किया जा सकता है।
कलेक्टर ने सभी ग्राम पंचायतों और उनमें सम्मिलित ग्रामों में समुचित संख्या में ऑक्सीमीटर की उपलब्धता तय करने के निर्देश दिए हैं। उन्होनें ग्रामीण क्षेत्र के अन्तर्गत मितानिन/एम.पी.डब्ल्यू. इत्यादि स्वास्थ्य कार्यकतार्ओं से क्षेत्र में भ्रमण कर लक्षण को-मॉर्बिटिटी वाले व्यक्तियों का ऑक्सीजन लेबल, ऑक्सीमीटर के माध्यम से लेने और ऑक्सीजन लेबल 94 से कम होने पर तत्काल कोविड-19 जांच कराते हुए निर्धारित प्रोटोकाल अनुसार कार्यवाही करने के निर्देश दिए हैं।