रायपुर। राजधानी के एम्स में इलाज के लिए भर्ती रोजगार सहायक ने अस्पताल की दूसरी मंजिल से छलांग लगाकर खुदकुशी कर ली है. पति की मौत की खबर सुनते ही पत्नी ने भी छत से कूदकर आत्महत्या की कोशिश की, लेकिन समय रहते अस्पताल के कर्मचारियों ने उसे बचा लिया. मरीज ने इस तरह की आत्मघाती कदम क्यों उठाया, इसकी जांच पड़ताल की जा रही है.
दो दिन पहले एम्स में हुआ था भर्ती
मिली जानकारी के मुताबिक मृतक दिलीप कुमार बलौदाबाजार में रोजगार सहायक के पद पर पदस्थ था. दिलीप को बुखार आने के बाद दो दिन पहले ही 26 अप्रैल को एम्स में इलाज के लिए भर्ती कराया गया था. उसमें कोरोना के लक्षण थे. दिलीप का कोरोना सैंपल लिया गया था, जिसकी रिपोर्ट आनी बाकी थी. अस्पताल में उसके साथ उसकी पत्नी भी रह रही थी.
मरीज ने एम्स की दूसरी मंजिल से कूदकर दी जान
बीती रात अस्पताल के एक कर्मचारी और पत्नी की मौजूदगी में दिलीप ने दूसरी मंजिल से कूदकर अपनी जान दे दी. उसे इमरजेंसी वार्ड में लाया गया, लेकिन डॉक्टर उसकी जान नहीं बचा सके. इधर पति की मौत की सूचना के बाद पत्नी ने भी छत से कूदकर आत्महत्या करने की कोशिश की. हालांकि कर्मचारियों ने उसे बचा लिया.
मरने के बाद कोरोना रिपार्ट आई निगेटिव
रोजगार सहायक दिलीप कुमार के मरने के बाद कोरोना रिपोर्ट भी आ गई. जिसमें उसकी कोरोना रिपोर्ट निगेटिव थी. फिर भी उसने ऐसा खौफनाक कदम क्यों उठाया, समझ से परे हैं. इससे पहले भी एम्स अस्पताल में मरीजों की आत्महत्या करने के मामले सामने आ चुके हैं.
कोरोना संक्रमित मरीज ने की थी आत्महत्या
बता दें कि 25 अप्रैल को रायपुर के संकल्प अस्पताल से कोरोना संक्रमित मरीज ने छलांग लगाकर खुदकुशी कर ली थी. मृतक मरीज का नाम प्रशांत सोनकर (28 वर्ष) था, जो कि कुम्हारी का रहने वाला था. वो मानसिक रूप से परेशान चल रहा था. कोरोना संक्रमित होने के बाद उसे संकल्प अस्पताल भर्ती कराया गया था.