लॉकडाउन में मिली छूट, इसके बावजूद अधिकारी अपनी मनमर्ज़ी काट रहे रसीद
महासमुंद। महासमुन्द में प्रशासनिक व्यवस्था का नमूना देखिए, एक तरफ जिला कलेक्टर के कापी पेस्ट लॉक डाउन के आदेश/निर्देश में यह स्पष्ट है कि किराना और फल सब्जियां स्ट्रीट वेंडरों अर्थात चलित ठेला के माध्यम से व्यापार सुबह 6 बजे से दोपहर 2बजे तक किये जाने का उल्लेख है?इसके बावजूद चलित ठेला के लिए अनुविभागीय अधिकारी राजस्व के द्वारा उन्हें व्यापार करने की अनुमति पत्र प्रदान की जा रही है।
तो छोटे कमजोर तबके के लोग चलित ठेला के माध्यम से व्यापार और नागरिको को सुविधा प्रदान कर रहे हैं इतनी तेज धूप व गर्मी में और इन सभी गुण दोष से परे होकर यहाँ के राजस्व विभाग के अधिकारी/नगर पालिका परिषद के कर्मचारी/पुलिस विभाग के अधिकारी/कर्मचारी मनमर्जी से दबाव पूर्वक 500/-₹ का रशीद काट रहे हैं,नगर पालिका और जीवनदीप समिति के रशीद में जिसमें जीवन दीप के रशीद में पुलिस वाले कोरोना सहयोग राशि और नगर पालिका के राशिद में कोरोना उल्लंघन के नाम पर वसूली कर रहे हैं राजस्व अधिकारियों के साथ मतलब दोनों ही विभागों/संस्थाओं के लिए जुगाड़ करने निकले थे लगता है।
अब यह किसके आदेश/निर्देश पर हो रही है? एक तरफ आम नागरिक आजीविका के लिए संघर्ष कर रहे हैं दूसरे तरफ प्रशासन सिर्फ आम नागरिकों से वसूली में ही मस्त हैं इसका नजारा शहर में देखा जा सकता है।बेहतर होता कि नागरिको को उचित मूल्य पर सामग्री उपलब्ध हो इस पर प्रशासन व जनप्रतिनिधियों को ध्यान देना चाहिए।