छत्तीसगढ़ में फर्जी कोरोना रिपोर्ट का कारोबार, एक परिवार ने लगाया लैब टेक्नीशियन पर गंभीर आरोप
रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजधानी से अब कोरोना की फर्जी रिपोर्ट बनाने का मामला सामने आया है। एक परिवार ने एक लैब टेक्नीशियन पर फर्जी रिपोर्ट देने का आरोप लगाया है। बताया जा रहा है लैब टेक्नीशियन रिम्स अस्पताल की फर्जी कोरोना रिपोर्ट बनाकर देता था। बताते चलें कि इससे पहले भी रिम्स अस्पताल का कई विवादों से नाम जुड़ चुका है। अब इस पूरे मामले की जाँच में मंदिर हसौद पुलिस जुट गई है।
जानकारी के मुताबिक आरोपी रेशम मगलेशकर उर्फ विजय घर जाकर कोरोना की जाँच करता था। एक परिवार का आरोप है कि आरोपी विजय ने उनके पूरे परिवार का कोरोना टेस्ट किया और फर्जी रिपोर्ट दे दी। परिवार ने इस पूरे मामले की शिकायत मंदिर हसौद पुलिस से की है। परिवार का कहना है कि आरोपी विजय ने कोरोना टेस्ट के 2000 से 2500 तक लिए हैं और उन्हें फर्जी रिपोर्ट दी है। पीड़ित परिवार का कहना है आरोपी की गलत रिपोर्ट के आधार पर गलत इलाज से कई लोगों की जान जा चुकी है। बताया जा रहा है आरोपी पांच हजार से अधिक लोगों की कोरोना जाँच कर चुका है।
इस मामले में मंदिर हसौद थाना प्रभारी अश्वनी राठौर ने ज्यादा कुछ न कहते हुए जाँच की बात कही है। बताया जा रहा है आरोपी को पुलिस हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। रिम्स मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ. गंभीर ने कहा है कि आरोपी लैब टेक्नीशियन रिम्स मेडिकल कॉलेज में पदस्थ है। इसने शहर के कई अस्पताल और घरों में जाकर चोरी छिपे सैंपल कलेक्ट कर उनकी रिपोर्ट रिम्स लैब से दी है। जिसकी जांच रिम्स प्रबंधन कर रहा है।