कोरोना संक्रमण के बढ़ते प्रभाव के चलते, मास्क एवं सेनिटाइजर की बढ़ी बिक्री
रायपुर। कोरोना संक्रमण के बढ़ते प्रभाव के चलते इन दिनों सैनिटाइजर की बिक्री में जबरदस्त उछाल आया है। कारोबारियों की मानें तो तीन माह का सैनिटाइजर एक माह में ही बिक गया। अकले राजधानी रायपुर में ही अप्रैल महीने में करीब चार से पांच करोड़ की सैनिटाइजर की बिक्री हुई है। सैनिटाइजर की यह बिक्री बीते साल अक्टूबर से लेकर 15 मार्च की अवधि में 70 फीसद तक गिर गई थी।
मगर, उसके बाद कोरोना मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी होने लगी और इसका सीधा-सीधा असर सैनिटाइजर की बिक्री में पड़ा। जो कारोबारी सैनिटाइजर का स्टाक जाम होने की बात कह रहे थे, उनके पास सैनिटाइजर का पूरा-पूरा स्टाक खाली हो गया।
सैनिटाइजर के साथ ही धीमी हो रही मास्क की बिक्री ने भी जोर पकड़ लिया है। इसका अंदाजा भी इसे देखकर लगाया जा सकता है कि बहुत से लोगों ने मास्क बनाकर उसकी बिक्री करने के लिए अलग से अपना संस्थान भी खोल दिया। सैनिटाइजर के प्रमुख डीलर धनंजय राठी ने बताया कि वाकई अगर बीते साल दिसंबर की बात की जाए तो सैनिटाइजर की बिक्री तीन से चार गुना बढ़ गई है। कोरोना की बढ़ती रफ्तार को देखते हुए लोग भी थोड़े जागरुक हुए हैं।
घटी एन95 की बिक्री-
कपड़े वाले मास्क और सर्जिकल मास्क की तुलना में इन दिनों एन95 मास्क की बिक्री थोड़ी घट गई है। कारोबारियों का कहना है कि एन-95 मास्क के बजाए लोग इन दिनों कोरोना संक्रमण से बचने के लिए दो-दो मास्क लगा रहे हैं। साथ ही सर्जिकल मास्क का प्रयोग ज्यादा कर रहे हैं।
कीमतों में नहीं हुई बढ़ोतरी-
जबरदस्त मांग के बाद भी सैनिटाइजर व मास्क की कीमतों में किसी भी प्रकार से बढ़ोतरी नहीं हुई। अभी भी उपभोक्ताओं को 30 रुपये की छोटी सैनिटाइजर की शीशी से लेकर 250 रुपये वाल बड़ा बाटल उपलब्ध है। इसके साथ ही ज्यादा मात्रा में सैनिटाइजर के लिए डिब्बे में उपलब्ध है।