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हेल्थ टिप्स: कई बीमारियों की अचूक दवा है तुलसी, जानें इसके 15 फायदे

तुलसी के पत्ते से लेकर जड़ तक है उपयोगी। कई तरह की बीमारियों में इसका उपयोग होता है ।

ये हैं फायदे-

1 – खांसी अथवा गला बैठने पर तुलसी की जड़ सुपारी की तरह चूसी जाती है।

2 – श्वांस रोगों में तुलसी के पत्ते काले नमक के साथ सुपारी की तरह मुंह में रखने से आराम मिलता है।

3 – तुलसी की हरी पत्तियों को आग पर सेंक कर नमक के साथ खाने से खांसी तथा गला बैठना ठीक हो जाता है।

4 – तुलसी के पत्तों के साथ 4 भुनी लौंग चबाने से खांसी जाती है।

5 – तुलसी के कोमल पत्तों को चबाने से खांसी और नजले से राहत मिलती है।

6 – खांसी-जुकाम में – तुलसी के पत्ते, अदरक और काली मिर्च से तैयार की हुई चाय पीने से तुरंत लाभ पहुंचता है।

7 – 10-12 तुलसी के पत्ते तथा 8-10 काली मिर्च के चाय बनाकर पीने से खांसी जुकाम, बुखार ठीक होता है।

8 – फेफड़ों में खरखराहट की आवाज़ आने व खांसी होने पर तुलसी की सूखी पत्तियां 4 ग्राम मिश्री के साथ देते हैं।

9 – काली तुलसी का स्वरस लगभग डेढ़ चम्मच काली मिर्च के साथ देने से खाँसी का वेग एकदम शान्त होता है।

10 – 10 ग्राम तुलसी के रस को 5 ग्राम शहद के साथ सेवन करने से हिचकी, अस्थमा एवं श्वांस रोगों को ठीक किया जा सकता है।

11 – जुकाम में तुलसी का पंचांग व अदरक समान भाग लेकर क्वाथ बनाते हैं। इसे दिन में तीन बार लेते हैं।

12 – अदरक या सोंठ, तुलसी, कालीमिर्च, दालचीनी थोड़ा-थोडा सबको मिलाकर एक ग्लास पानी में उबालें, जब पानी आधा रह जाए तो शक्कर नमक मिलाकर पी जाएं। इससे फ्लू, खांसी, सर्दी, जुकाम ठीक होता है।

13 – तुलसी के पत्ते 10, काली मिर्च 5 ग्राम, सोंठ 15 ग्राम, सिके चने का आटा 50 ग्राम और गुड़ 50 ग्राम, इन सबको पान व अदरक में घोंट लें तथा एक एक ग्राम की गोलियां बना लें।

14 – शहद, अदरक और तुलसी को मिलाकर बनाया गया काढ़ा पीने से ब्रोंकाइटिस, दमा, कफ और सर्दी में राहत मिलती है।

15 – नमक, लौंग और तुलसी के पत्तों से बनाया गया काढ़ा इंफ्लुएंजा में फौरन राहत देता है। जब भी खांसी हो सेवन करें।

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