छत्तीसगढ़ में बच्चे ना रहे शिक्षा से दूर, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता आडियो-वीडियो से बच्चों को करा रहे पढ़ाई
नारायणपुर। जिले में कोरोना संक्रमण के दौरान बच्चों को शिक्षा से जोड़ने के लिए आंगनबाड़ी कार्यकर्ता गृह भेंट के माध्यम से अपना कार्य संचालित कर रही है। कलेक्टर धर्मेश कुमार साहू के मार्गदर्शन और महिला बाल विकास विभाग के जिला कार्यक्रम अधिकारी रविकान्त धुर्वे के दिशा-निर्देश में सजग अभियान का बेहतर क्रियान्वयन किया जा रहा है।
विभाग की ओर से उपलब्ध शैक्षणिक सामग्री आडियो वीडियो से बच्चों को ज्ञान की बातें बताई जा रही है, ताकि बच्चे शिक्षा से निरंतर जुड़े रहे। सभी विकास खंड की आंगनबाड़ी कार्यकर्ता अपने-अपने कार्य क्षेत्र में साहस का परिचय देते हुए अपनी जिम्मेदारियों का बखूबी निर्वहन कर रही है। गृह भेंट करके नन्हे बच्चों के पूरक पोषण आहार, गर्भवती महिलाओं, किशोरी बालिकाओं को पूरक पोषण आहार का भी वितरण कर रही है और महिलाओं को स्वस्थता साफ-सफाई के बारे में जानकारी दी जा रही है। कार्यकर्ता अपने साथ वजन मशीन साथ लेके जाती है और पालकों की उपस्थिति में बच्चों का वजन करतीं है।
साथ ही कुपोषित बच्चों को सुपोषित करने के लिए अतिरिक्त आहार के बारे में जानकारी भी देती है। टेक अवे एवं आडियो क्लिप के माध्यम से हितग्राहियों के घर-घर जाकर साफ-सफाई और कोरोना संक्रमण से सुरक्षित रहने के लिए 18 से अधिक आयु वाले लोगों को टीकाकरण, मास्क लगाने और सोशल डिस्टेंस का अनिवार्य रूप से पालन करने के लिए जागरूक किया जा रहा है। साथ ही टीकाकरण के लाभ के बारे में जानकारी दी जा रही है।
साथ ही महिलाओं बच्चों और किशोरों बालिकाओं की समस्याओं को सुना जाता है। यथा संभव निराकरण करने का सार्थक प्रयास किया जा रहा है। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता बच्चों में भावी जीवन को गढ़ने के लिए तथा उनमें एक अच्छे नागरिक के गुण लाने के लिए माता-पिता एवं उनके परिवार को अपने बच्चों के साथ किस प्रकार का व्यवहार किया जाना चाहिए इसकी भी जानकारी दी जा रही है।
रविकांत धुर्वे ने बताया कि सजग अभियान के माध्यम से आंगनबाड़ी कार्यकर्ता घर-घर जाकर सजग आडियो का प्रत्येक कड़ी परिवार वालों को सुनाते हैं। माता-पिता और परिवार के सदस्य उस आडियो को ध्यान से सुनते हैं और उसमें बताए गए गतिविधियां बच्चों में कराई जाती है। पालकों ने खुशी जाहिर करते हुए कहा कि आडियो से हमें बहुत सारी जानकारी प्राप्त हो रही है। हम अपने बच्चों के सुनहरे भविष्य के लिए आंगनबाड़ी कार्यकर्ता की ओर से बताए गए गतिविधियां को बच्चों को अनिवार्य रूप से कराएंगे।