CM की अच्छी पहल: माता-पिता के निधन के बाद..प्रशासन ने थामा मासूम बच्चों का हाथ…
जगदलपुर। कोरोना से मौत का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। मौत भी ऐसी की पूरा का पूरा परिवार ही मुसीबतों की मार झेल रहा है। सोमवार बस्तर जिले में एक शिक्षक दंपति की मौत के बाद बच्चों के सिर से मां-बाप का साया उठ गया। वहीं, दूसरी ओर प्रशासन ने बच्चों की जिम्मेदारी उठाया है।
बस्तर जिला प्रशासन ने अपने अधिकारिक सोशल मीडिया एकाउंट पर ट्वीट कर बताया कि बास्तानार में पदस्थ शिक्षक और पत्नी के असामयिक निधन के बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की पहल पर प्रशासन कर रहा बच्चों की मदद।
शिशुओं की दादी के खाते में जमा की गई 50,000 रुपए की राशि।
जिला कलेक्टर एवं दोनों शिशुओं के नाम से खोला जाएगा बैंक खाता।
शिशुओं के बालिक होने पर मिलेगी, मदद के लिए जमा की हुई राशि।
बस्तर सांसद दीपक बैज ने की इस खाते में अपने 15 दिन के वेतन जमा करने की घोषणा।
तहसील बस्तर के समस्त विभाग के कर्मचारियों द्वारा मदद के रूप में शिशुओं की दादी के खाते में जमा की जा रही है धन राशि गौरतलब है कि कोरोना पॉजिटिव शिक्षक की मौत मेडिकल कॉलेज में इलाज के दौरान हुई, जिसके मौत को 2 घंटे बाद होम आइसोलेशन में से घर पहुंची कोरोना पॉजिटिव पत्नी की भी मौत हो गई।
शिक्षक दंपति के दो छोटे-छोटे बच्चे भी हैं। मृतक शिक्षक मूलतः रायगढ़ के रहने वाले थे। ऐसे में अब दंपति के शव को मरचुरी में रखवाया गया है और उनके परिजनों को उनकी मौत की सूचना भी दे दी गई है। इधर रोजाना होने वाली मौत के आंकड़े शहर के नजदीक के विकासखंड में ज्यादा देखने को मिल रहा है।
माता-पिता के निधन के बाद जिला प्रशासन ने थामा शिशुओं के हाथ, पालन-पोषण के लिए ज़िला प्रशासन करेगा मदद।