छत्तीसगढ़ में खाद्य तेलों की तेजी ने कारोबारियों को भी चौंकाया, 10 दिनों में ही 20 रुपये लीटर की बढ़ोतरी
रायपुर। कोरोना का सर्वाधिक प्रभाव खाद्य तेलों पर आता नजर आ रहा है। कोरोना के चलते हुए लॉकडाउन ने तो इसकी तेजी को और बढ़ा दिया है। मई के इन दस दिनों में ही खाद्य तेलों में 20 रुपये लीटर तक की तेजी आई है। यह तेजी विशेषकर फल्ली तेल व सरसों में आई है। माह भर की बात की जाए तो 200 रुपये डिब्बे की तेजी आई है और लीटर में खाद्य तेलों में 35 रुपये तक की बढ़ोतरी हो गई है।
कारोबारियों का कहना है कि इसके पीछे मुख्य कारण तो यही है कि उत्पादन काफी कमजोर है। साथ ही इसके चलते बाहर से माल भी नहीं आ पा रहा है। नौ अप्रैल को जब राजधानी रायपुर समेत प्रदेश के कई क्षेत्रों में लॉकडाउन लगा था। उस समय फल्ली तेल 150 से 160 रुपये लीटर और सरसों का तेल 160 रुपये लीटर, सोयाबीन 140 रुपये लीटर तक बिक रहा था।
मगर, अब की स्थिति में फल्ली तेल 170 से 175 रुपये लीटर, सरसों का तेल 190-200 रुपये लीटर तक बिक रहा है। कारोबारियों का कहना है कि आने वाले दिनों में तो इनकी कीमतों में और बढ़ोतरी के संकेत बने हुए हैं। कारोबारियों की माने तो आने वाले दिनों में दाम और बढ़ सकते हैं।
खाद्य तेलों के साथ ही दालों की कीमतों में भी तेजी है। लॉकडाउन के पहले और अब में दालों की कीमतों में सात से आठ रुपये किलो की तेजी आ गई है। वहीं, ब्रांडेड आटे की कीमतों में भी 10 रुपये तक की बढ़ोतरी हो गई है। सप्लाई व्यवस्था बिगड़ने की वजह से इन दिनों संस्थानों के पास स्टॉक की भी किल्लत पैदा हुई है।