आरक्षक की मिली संदिग्ध मिली लाश, फेसबुक पर लिखा मेरी मौत का जिम्मेदार एसपी होगा
जांजगीर/रायपुर। सड़क किनारे पुलिस आरक्षक की संदिग्ध लाश मिलने से सनसनी फैल गई है। आरक्षक का नाम पुष्पराज सिंह बताया जा रहा है। सड़क के किनारे पुष्पराज की स्कूटी गिरी मिली, उसके शरीर पर बिजली के तार लिपटे मिले, गले में भी तार उलझा हुआ था। पुलिस इसे एक हादसा बता रही है, मगर घर वाले इसे हत्या होने का दावा कर रहे हैं। ये पूरा मामला जांजगीर-चांपा का है। आरक्षक ने 10 अप्रैल को अपने फेसबुक पेज में ये पोस्ट किया था कि यदि मेरी मौत होती है तो इसकी जिम्मेदार एसपी होंगी।
जांजगीर पुलिस अब इस मामले में जांच कर रही है। पुष्पराज की लाश देशी शराब दुकान के पास की सड़क पर मिली। बता दें कि कोरोना संकट से लड़ने आरक्षक ने अपना एक साल का वेतन दान करने की घोषणा की थी। इस सराहनीय पहल को लेकर गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ने आरक्षक की तारीफ की थी।
पुलिस को पीएम रिपोर्ट का इंतजार-
अब तक की जांच में पुलिस ने पाया कि पुष्पराज की स्कूटी सड़क किनारे लगे तार में फंस गई। स्कूटी रफ्तार में होने की वजह से अनियंत्रित होकर घुम गई और तार पुष्पराज के गले में कसता चला गया। इसी वजह से पुष्पराज का दम घुट गया और उसकी मौत हो गई। हालांकि फॉरेंसिक एक्सपर्ट इस मामले की बारीकी से पड़ताल कर रहे हैं। पोस्टमार्टम के लिए भी पुष्पराज का शव भेजा गया, जिससे मौत की वजह और साफ हो सकेगी।
मौत से पहले मिली थी धमकी-
पुष्पराज सिंह ने एक दिन पहले अपने फेसबुक पर एक पोस्ट किया था। इसमें उसने लिखा था कि उसे बर्खास्त करने या सस्पेंड करने की धमकी मिल रही है। पुष्पराज लगातार, पुलिस वालों से पुलिस लाइन में मजदूरों की तरह काम करवाने, खराब क्वालिटी के बुलेट प्रूफ जैकेट आदि को लेकर फेसबुक पर पोस्ट किया था।
जब मौके पर पुलिस और कुछ लोग पहुंचे तो इस हाल में पुष्पराज का शव मिला।
परिजनों ने लगाया हत्या का आरोप-
पुष्पराज के भाई ने हादसे की जगह का मुआयना किया। मीडिया से उसने कहा कि उसके भाई की हत्या की गई है। दरअसल आए दिन सोशल मीडिया पर पुष्पराज पुलिस विभाग के अफसरों के खिलाफ बातें लिखकर पोस्ट करता रहा है।
उसने हाल ही में सक्ती थाने के प्रभारी के खिलाफ पोस्ट की थी, उसमें लिखा था कि 1 लाख रुपए महीना घूस लेकर इंस्पेक्टर जुए के अड्डे चलवाता है। अब ये पोस्ट पुष्पराज के फेसबुक पर नहीं दिख रही। पुष्पराज के परिवार के लोगों ने इसी तरह के विवाद को उसकी हत्या की वजह बताया और अंदेशा जताया है कि किसी ने इसी वजह से नाराज होकर पुष्पराज की हत्या कर दी।