छत्तीसगढ़ के अनेक जगहों में मनाया गया किसान काला दिवस
रायपुर। दिल्ली में किसान आंदोलन को 6 महीना पूरा होने पर तथा केंद्र सरकार में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को 5 प्लस 2 7 साल पूरा होने के बाद भी लागत में डेढ़ गुना जोड़कर समर्थन मूल्य देने की घोषणा से वादाखिलाफी किए जाने निरंतर किसान विरोधी होने का परिचय देते आ रहे हैं।
जिसके कारण किसान आज काला दिवस के रूप में मना रहे हैं देशभर के किसानों की प्रमुख मांग तीनों काले कृषि कानून को रद्द करने तथा उत्पादित अनाज का समर्थन मूल्य में खरीदी की कानूनी गारंटी की मांग कर रहे हैं।
इन्हीं मांगों को लेकर आज से 6 महीने पहले किसान प्रदर्शन के लिए दिल्ली जा रहे थे रास्ते में कंक्रीट की दीवार तथा पानी के गन से रोक दिया गया सड़कों पर किले लगाई गई 3 महीने की कड़कड़ाती ठंड उसके बाद बेमौसम बारिश एवं भीषण गर्मी का सामना करते हुए अपनी मांगों पर अड़े किसानों का हौसला और बड़ा है पूरे देश के किसानों का समर्थन प्राप्त है।
जब तक काले कानून की वापसी एवं समर्थन मूल्य को कानूनी गारंटी नहीं दिया जाता तब तक चाहे जितना दिन भी लग जाए आंदोलन जारी रहेगा आज छत्तीसगढ़ में कोने कोने से सभी जिलों से काले झंडे दिखाकर लॉकडाउन के नियमों का पालन करते हुए प्रदर्शन किया गया।