कोरोना संकटकाल में साइबर की हेल्पलाइन बन रही मददगार, पीड़ितों को वापस मिले ठगी के पैसे
रायपुर। कोरोना संकटकाल में साइबर ठगी की घटनाएं रायपुर समेत पूरे प्रदेश में हो रही हैं। पुलिस के जागरूकता अभियान के बावजूद साइबर ठग लोगों को नए-नए पैंतरों से झांसे में लेकर शिकार बनाते आ रहे हैं, मगर साइबर की हेल्पलाइन ने भी ठगों के जबड़े से पैसे वापस लेकर लोगों को बचा लिया। पुलिस मुख्यालय स्थित साइबर क्राइम हेल्प लाइन नंबर से लगातार साइबर फाइनेंशियल ठगी के शिकार हुए लोगों को मदद मिल रही है।
इसी क्रम में 26 मई को रायगढ़ जिले के अखिलेश केशरवानी और कोरबा के दो लोगों से ऑनलाइन ठगी की घटना हुई। उन्होंने तत्काल पुलिस मुख्यालय में स्थापित साइबर क्राइम हेल्पलाइन नंबर 155260 पर कॉल करके बताया कि उसने फोन पे से ऑनलाइन भुगतान करने की कोशिश की थी, लेकिन सफल नहीं हो पाया। इस पर उसने गूगल पर फोन पे का कस्टमर केयर नंबर सर्च कर प्राप्त नंबर पर काल किया, तो शातिर ठग ने लिंक शेयर कर फोन पे एप में सिक्योरिटी कोड इंटर करने का झांसा देकर खाते से क्रमश: 47895, 8960 रुपये उड़ा लिया।
शिकायत मिलते ही सहायक पुलिस महानिरीक्षक तकनीकी सेवा मनीष शर्मा के निर्देश पर डीएसपी साइबर कवि गुप्ता और आरक्षक वीरेंद्र कुमार साहू ने साइबर पोर्टल में ऑनलाइन शिकायत दर्ज करते हुए आईसीआईसीआई बैंक एवं पेटीएम के नोडल अधिकारी से संपर्क कर कुल 69487 रुपये ब्लॉक करवाए। इसी तरह से पिछले दिनों कोरबा जिले के एक पीड़ित के 4,989 रुपये बचाए गए थे।
रायपुर जिले में 101 को दिलाया 12 लाख वापस
रायपुर जिले में माह जनवरी 2021 से मार्च 2021 तक अज्ञात साइबर ठगों द्वारा अलग-अलग तरीकों से लोगों को अपने झांसे में लेते हुये उनका भरोसा जीतकर 101 व्यक्तियों को ठगी का शिकार बनाया था। उनके बैंक खातों से लाखों रुपये उड़ाकर अपने खाते में ट्रांसफर कर ली गई थी। साइबर सेल रायपुर की टीम ने एसएसपी अजय यादव, एएसपी क्राइम अभिषेक माहेश्वरी के मार्गदर्शन में पीड़ितों की शिकायतों पर अपने स्रोतों एवं अन्य माध्यमों से त्वरित कार्यवाही करते हुए ठगी के शिकार 101 पीड़ितों के बैंक खातों में कुल 12 लाख 34 हजार 95 रुपये वापस करवाए हैं।
अब 24 घंटे हेल्प लाइन सेवा
साइबर क्राइम हेल्प लाइन सेवा अब 24 घंटे काम कर रही है। दरअसल, राज्य के सभी जिलों से साइबर ठगी की लगातार आ रही शिकायत को देखते हुए यह पहल की गई है और इसके सकारात्मक परिणाम भी सामने आ रहे हैं।
साइबर ठगी से बचने के लिए जागरूक होना आवश्यक है। गूगल पर कोई भी नंबर सर्च करने से पहले यह सुनिश्चित कर ले कि यह अधिकृत वेबसाइट से ही लिया गया हो। कई बार गूगल के सर्च रिजल्ट पर सबसे उपर साइबर ठगों द्वारा दिया गया नंबर प्रदर्शित होता है, ऐसे में व्यक्ति आसानी से साइबर ठगों के झांसे में आकर अपनी जमा पूंजी गंवा बैठता है। पीड़ित अगर तुरंत हेल्प लाइन नंबर पर शिकायत कर देता है, तो पैसे वापस आने की संभावना अधिक होती है।