गरियाबंद। जिले में एक बार फिर वन्यजीव की मौत का मामला सामने आया है। घटना गोबरा कगोबरा जंगल की है। इस बार ग्रामीणों को एक मादा भालू मृत अवस्था में मिली है जिसके बाद वन विभाग के कर्मचारी भालू की लाश लेकर मैनपुर के पास पहुंचे जहां नीमच शहर के दो पशु चिकित्सकों की उपस्थिति में पोस्टमार्टम कराया गया। पोस्टमार्टम करने वाले चिकित्सक डॉक्टर कवर का कहना है कि सीने में लगा जख्म 15 दिन पुराना है जिस पर कीड़े लग चुके थे। इसी वजह से मादा भालू की मौत हुई है।
भालू को जख्म कैसे लगा यह पूछे जाने पर डॉक्टर कंवर का कहना है कि यह बता पाना कि जख्म कैसे लगा यह बता पाना संभव नहीं है। आशंका जताई जा रही है कि उसके सीने में किसी चीज से चोट लगी थी जिससे जख्म हो गया। इसी वजह के चलते जख्म गहरा हो गया था और ऐसी अवस्था में भालू के जख्मों पर कीड़े पड़ गए थे जिससे उसकी मौत हुई है। वहीं ग्रामीणों द्वारा इसे लेकर अपनी अपनी तरफ से कयास लगाए जा रहे हैं। वन विभाग ने पोस्टमार्टम के बाद भालू के शव को राजपत्रित वन अधिकारी की उपस्थिति में अंतिम संस्कार करवाया है।
वन विभाग के एस.डी.ओ. श्री सॉरी से चर्चा करने पर वे कहते हैं कि भालू का जख्म काफी पुराना था कीड़ा लग गया था जिसके चलते उसकी मौत हुई है और भालू को जख्म कैसा लगा यह बता पाने में वे भी अपने आप को असमर्थ पा रहे हैं।