जिले में हेल्थ एन्ड वेलनेस सेंटर में बेहतर कार्य करने वाले हुए पुरुस्कृत
बलौदाबाजार। कोरोना की तीव्र लहर के धीमे होने के बाद अब जिले के स्वास्थ्य विभाग ने रूटीन स्वास्थ्य सुविधा में तेज़ी लाने का प्रयास शुरू कर दिया है। इस हेतु आगामी रणनीतियों और कार्य योजना के क्रियान्वयन हेतु जिला स्वास्थ्य समिति की एक बैठक मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय के मंथन कक्ष में संपन्न हुई।इस बैठक में प्रबंधन,चिकित्सा,नर्सिंग,से जुड़े जिले के ऐसे कर्मचारी जिन्होंने हेल्थ एवं वेलनेस सेंटर के कार्य में अच्छा प्रदर्शन किया उन्हें सीएमएचओ द्वारा प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया है।
बैठक में मुख्य रूप से कोरोना के कारण जो रूटीन कार्य जैसे मातृत्व एवं शिशु स्वास्थ्य, परिवार कल्याण,जैव चिकित्सा अपशिष्ट प्रबंधन, मलेरिया, टी बी, कुष्ठ जैसे राष्ट्रीय कार्यक्रमों जो धीमे हो गए थे उन सभी कार्यो की समीक्षा मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ खेमराज सोनवानी के द्वारा की गयी। साथ ही कार्यक्रम में तेज़ी लाने के निर्देश सभी बीएमओ एवं कार्यक्रम प्रबंधकों को दिए है।
डॉ सोनवानी ने बताया कि पिछले सत्र में संस्थागत प्रसव में विकासखंड बिलाईगढ़ में सर्वाधिक 99.59 प्रतिशत रही जबकि जिले का औसत 98.56 प्रतिशत रहा। इसी तरह संस्थावार प्रसव में सीएचसी पलारी में सर्वाधिक औसत रहा यहाँ प्रतिमाह औसतन 80 प्रसव कराये गए जबकि सबसे कम सीएचसी कसडोल में 31 हुए जिला अस्पताल का औसत 75 रहा है। उन्होंने आगें कहा कि जिले में रिपोर्टिंग के दौरान मृत्यु के आंकड़ों में आ रहे अंतर को लेकर सुधार के निर्देश भी दिए है। उन्होंने सख्त शब्दों में किसी भी प्रकार मृत्यु सम्बन्धी जानकारी भेजने से पूर्व उसे विकासखंड स्तर पर बीएमओ और बीपीएम द्वारा क्रॉस चेक करने को करनें की निर्देश दी गयी है।
गौरतलब है कि हेल्थ एवं वेलनेस सेंटर के कार्य में छत्तीसगढ़ राज्य देश में दूसरे स्थान पर रहा है। जिला स्वास्थ्य समिति की इस बैठक में सिविल सर्जन डॉ राजेश कुमार अवस्थी एवं जिला कार्यक्रम प्रबंधक श्रीमती सृष्टी मिश्रा के अतिरिक्त खंड चिकित्सा अधिकारी पलारी डॉ एफ आर निराला,भाटापारा डॉ राजेन्द्र माहेश्वरी, कसडोल डॉ सी एस पैकरा, सिमगा डॉ पारस पटेल बलौदाबाजार डॉ राकेश कुमार प्रेमी बिलाईगढ़ डॉ राजेश प्रधान सहित जिला लेखा प्रबंधक और एफएलओ सहित समस्त विकासखंड कार्यक्रम प्रबंधक उपस्थित थे।