छत्तीसगढ़ के इस अचानकमार टाइगर रिजर्व में बाघ घायल, रायपुर से रेस्क्यू टीम लेकर पहुंचे वाइल्ड लाइफ पीसीसीएफ
बिलासपुर। अचानकमार टाइगर रिजर्व का एक बाघ जख्मी हो गया है। सूचना मिलते ही रायपुर वन मुख्यालय तक हड़कंप मच गया। आनन-फानन में रेस्क्यू टीम लेकर वन्य प्राणी प्रधान मुख्य वनसंरक्षक (पीसीसीएफ) नरसिंह राव देर शाम को पहुंचे।
ऐसी खबर आ रही है कि बाघ मवेशी का शिकार करते समय घायल हुआ है। हालांकि पूरी घटना स्पष्ट नहीं हुई है। अधिकारियों का मोबाइल कवरेज से बाहर तो कभी बंद बता रहा है। डिप्टी डायरेक्टर सत्यदेव शर्मा से संपर्क किया गया, लेकिन उन्होंने मोबाइल फोन रिसीव नहीं किया।
घटना अचानकमार टाइगर रिजर्व के छपरवा रेंज स्थित कल्हरपानी जंगल की है। यही एक नाले के पास घायल स्थिति में बाघ को देखा गया था। ग्रामीणों ने इसकी जानकारी अधिकारियों को दी। साथ ही यह बताया कि वह बाघ कुछ कदम चलने के बाद बैठ जा रहा है। उसके पैर में चोट लगी है। सूचना मिलने के बाद डिप्टी डायरेक्टर सत्यदेव शर्मा तत्काल मौके पर पहुंचे।
साथ ही उन्होंने रायपुर वन मुख्यालय को घटना की जानकारी दी। मामला बाघ का होने के कारण वन्य प्राणी प्रधान मुख्य वनसंरक्षक से लेकर अन्य अधिकारी सकते में आ गए। टाइगर रिजर्व इसीलिए घोषित किया गया है कि बाघों का संरक्षण किया जा सके। पर इतनी बड़ी घटना होने के बाद छपरवा वन परिक्षेत्र अधिकारी व असिस्टेंट डायरेक्टर को इसकी भनक तक नहीं लगी।
सूचना यह भी है कि पीसीसीएफ ने मौके पर पहुंचकर मुआयना भी किया है। पर इस दौरान उन्हें बाघ दिखा या नहीं। रेस्क्यू टीम अपना काम कर रही है कि नहीं यह स्पष्ट रूप से सामने नहीं आ पा रहा है। अधिकारी पूरे मामले को छिपाने का प्रयास कर रहे हैं।
कहीं शिकार तो नहीं?
अधिकारी मामले को छिपा रहे हैं। इसे देखते हुए इस बात से भी इन्कार नहीं किया जा सकता है कि बाघ के घायल होने की वजह उसका शिकार करने की कोशिश तो नहीं है, क्योंकि वह घायल है। इसके चलते वह कुछ दायरे में घूम रहा है। टाइगर रिजर्व में पहले भी वन्य प्राणियों के शिकार की घटनाएं हो चुकी हैं। इसके बाद भी टाइगर रिजर्व प्रबंधन सुरक्षा को लेकर गंभीर नहीं है।
कान्हा से भी चिकित्सकों की टीम पहुंचने की खबर
बताया जा रहा है कि रायपुर के साथ-साथ कान्हा नेशनल पार्क से भी चिकित्सकों की टीम बुलाई गई है। वह रवाना भी हो गए हैं और देर रात तक अचानकमार टाइगर रिजर्व पहुंच जाएंगे।