छत्तीसगढ़ में भूपेश सरकार ने ढाई साल में वो कर दिखाया जो रमन सिंह 15 सालों में नहीं कर सके : विकास उपाध्याय
रायपुर। अखिल भारतीय कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय सचिव और छत्तीसगढ़ सरकार में संसदीय सचिव व विधायक विकास उपाध्याय ने पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के प्रेस कॉन्फ्रेंस को झूठ का पुलिंदा बताया है। उन्होंने कहा है कि भारतीय लोकतंत्र में सबसे ज्यादा असफल और झूठ के सहारे सत्ता हथियाने का काम भाजपा की मोदी सरकार ने किया है।
सत्ता में आने के पहले भाजपा ने अच्छे दिन आएंगे का नारा दिया था, जो आज तक नहीं आया। इससे तंग आकर अब जनता उनके पुराने दिन भाजपा से वापस मांग रही है। विकास ने कहा है कि छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार पिछले ढाई साल में जिस भी योजना पर काम की, वहां भ्रष्टाचार न होने की वजह से डॉ. रमन सिंह परेशान है।
विकास उपाध्याय ने डॉ. रमन सिंह के प्रेस कॉन्फ्रेंस का जवाब देते हुए कहा है कि भूपेश सरकार पिछले ढाई वर्षों में युवाओं को विभिन्न माध्यमों से जितनी रोजगार दीं,तात्कालीन भाजपा की सरकार ने 15 वर्षों में नहीं दे सकी।
लॉकडाउन और महामारी के बीच मजदूरों को नरेगा और मनरेगा के माध्यम से भूपेश सरकार ने जितने मजदूरों को रोजगार दी है वह पूरे देश में एक रिकॉर्ड है। पूरे देश में एक मात्र प्रदेश छत्तीसगढ़ है जहां के किसान कांग्रेस के नीतियों की वजह से खुशहाल हैं।
सबसे ज्यादा समर्थन मूल्य कांग्रेस की सरकार किसानों को लगातार देते आ रही है, जिसे अब खुद केन्द्र की सरकार अनुसरण करते हुए हाल ही के दिनों में 72 रुपए की वृद्धि कर छत्तीसगढ़ सरकार से सीख ली है। डॉ. रमन सिंह को भलीभांति जान लेना चाहिए जो सरकार ढाई साल में इतना सब कर चुकी है तो वह अगले ढाई साल में और क्या-क्या कर सकती है।
विकास उपाध्याय ने भाजपा नेताओं को लेकर बड़ा खुलासा करते हुए कहा है कि भाजपा के नेता शराब बंदी को लेकर सार्वजनिक तौर पर बयान देते नजर आते हैं और सरकार से बंद कमरे में मुलाकात कर इसका समर्थन करते हैं।
पिछले ढाई साल में कांग्रेस की सरकार में बलात्कार से लेकर आपराधिक गतिविधियां धीमी हुई हैं। नशा के खिलाफ युद्ध स्तर पर काम करते हुए भूपेश सरकार ने जनता के बीच एक नया संदेश दिया है।
डॉ. रमन सिंह के कार्यकाल में उनकी असफल शासन प्रणाली को लेकर हत्याएं होती थीं। आज कुछ घटना पारिवारिक कलह की वजह से हुई है तो उसे राजनीतिक रंग देकर अपना पाप धोने का प्रयास कर सरकार को बदनाम करने में लगे हैं, परन्तु पुलिस जांच में यह स्पष्ट होने के बाद जनता भी जान गई है कि डॉ. रमन सिंह के पास कोई मुद्दा नहीं है।