प्रदेश में हाथियों का आतंक, 10 परिवारों के घर तोड़े, बस्ती से भागे ग्रामीण, एक महीने में 30 परिवार बेघर
मैनपाट। छत्तीसगढ़ के शहरों में हाथियों का उत्पात लगातार जारी है। आए दिन हाथियों की दहशत से लोग गांव छोड़ रहे हैं। इन दिनों मैनपाट में हाथियों का उत्पात जारी है।
पिछले दिनों रात में गौतमी हाथी दल ने नर्मदापुर के बरवावाली गांव में 10 परिवारों के कच्चे मकान तोड़ दिए और ग्रीष्मकालीन धान की फसल को बर्बाद कर दिया। घर टूटने के कारण ग्रामीणों को पास के जंगलों व अपने परिचित के यहां शरण लेनी पड़ी|
बताया जाता है कि हाथियों के दल में नौ हाथी हैं जो एक माह में ही मैनपाट में 30 से अधिक कच्चे मकानों को तोड चुके हैं। बेघर लोगों को सरकारी भवनों में ठहराया जा रहा है।
वहीं प्रभावित लोगों के लिए वन विभाग कच्चे मकान बनाने में सहयोग करने की बात कर रहा है। वन विभाग के अफसरों ने सुबह पहुंच कर नुकसान का जायजा लिया। हाथियों ने करीब 5 एकड़ में लगी धान की फसल को नुकसान पहुंचाया, जो पककर तैयार था।
कड़राजा गांव गए तब मिली राहत
जानकारी के मुताबिक ग्रामीणों ने महिलाओं और बच्चों के साथ पास के जंगल में बारिश में भीगते हुए रात गुजारी। सुबह 5 बजे हाथी बस्ती से निकले, तब मकानों की बर्बादी देखकर लोगों के आंखों में आंसू आ गए। इस दौरान हाथियों के उत्पात के कारण शाम ढलने के साथ ही घर छोड़कर दो किलोमीटर दूर कडराजा गांव चले गए, जहां हाथी प्रभावितों के लिए काॅलोनी बसाई गई है।