छत्तीसगढ़ में पहली बारिश ने ही सरकार के सारे दावों की खोली पोल, खुले आसमान के नीचे सड़ रहे 9 क्विंटल धान
राजनादगांव -छत्तीसगढ़ में पहली बारिश ने सरकार के सारे दावों की पोल खोल दी हैं । राज्य सरकार ने बीते खरीफ फसल में रिकॉर्ड तोड़ धान की खरीदी की है। लेकिन अब धान खरीदी केंद्रों में रख रखाव की व्यवस्था पर ढील ने करोड़ो के धान खुले आसमान के नीचे सड़ रहे है।
राजनांदगांव जिले के सोसायटियों में लंबे समय से रखा धान पूरी तरह से सड़ रहा है । यहां तक की धान की बारदानों में फफूंद लग चुका है। चूहे और दीमक भी धान को चट कर रहे हैं। अल्टीमेटम के बाद भी धान का उठाव नहीं हो पा रहा है । ये मंजर जिले के अधिकतर सोसाइटी में देखने को मिल रही है जहां हजारों क्विंटल धान बारिश की भेंट चढ़ चुका है।
आपको बता दें कि राजनांदगांव जिले में प्रतिवर्ष समर्थन मूल्य की धार खरीदी सुनिश्चित कराई जाती है । वर्ष 2020 में भी लक्ष्य से काफी अधिक धान खरीदा गया है । जिले की 139 सोसाइटी ओ के माध्यम से धान उपार्जन कराया गया । जिले में कुल 67 लाख 50 हजार क्विंटल धान की खरीदी कराई गई। अभी भी जिले के 100 से अधिक सोसायटी ओं में 9 लाख क्विंटल से अधिक धान परिवहन की राह ताक रहा है। फिर भी परिवहन में तेजी नहीं आ पा रही है।
वहीं इस मामले पर राजनांदगांव के जिला सहकारी केंद्रीय बैंक मर्यादित मुख्य कार्यपालन अधिकारी सुनील कुमार वर्मा ने बताया कि सोसायटियों से समय पर धान परिवहन नहीं होने के कारण इस प्रकार की दिक्कतें बनी हुई है । बारिश में हरसंभव धान की सुरक्षा पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।