जगदलपुर। जिले में तीन लाख के इनामी नक्सली ने बस्तर आईजी और बस्तर एसपी के सामने आत्मसमर्पण किया है। आम्चो बस्तर अभियान से प्रभावित होकर पुनेम राजेश ने पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया है। तीन सालों से पुनम राजेश कांगेर वेली एरिया कमेटी के सचिव संजू का गनमैन था।
नक्सली पुनेम राजेश को वर्ष 2019 के जुलाई माह में कांगेरवेली एरिया कमिटी सचिव पंडरु उर्फ संजू ने ग्राम केरलापाल में नक्सली जयलाल के संगठन में शामिल कराया था| यहां उसने करीबन 6-7 महीनों तक नक्सलियों के लिए काम किया। 2019 से नक्सली संगठन में शामिल होने के बाद से पुनेम राजेश अपने घर नहीं गया था। अन्य नक्सलियों के साथ वह पश्चिम बस्तर के इलाकों में घूमता रहा। राजेश बस्तर संभाग के बीजापुर जिले के गंगालूर थाना क्षेत्र के ग्राम मेटापाल दोसेलपारा निवासी है। उसकी उम्र 21 वर्ष है।
इसके बाद वर्ष 2020 में पुनेम राजेश को नक्सली लीडर उदय ने मलंगेर एरिया कमिटी में शामिल किया। यहां भी उसने नक्सलियों के लिए लगभग 6 महीनों तक काम किया। इसके बाद कांगेरवेली एरिया कमिटी के सचिव पंडरु उर्फ संजू ने इसे अपने कमिटी में सदस्य के रूप शामिल कर लिया। इसके अलावा पुनेम राजेश संजू के गनमैन के रूप में भी काम कर चुका है| इस दौरान वह इंसास बंदूक लेकर घूमता था।
आत्मसमर्पण करने के बाद बस्तर आईजी ने पुनेम राजेश को शासन की पुनर्वास नीति के तहत 10 हजार रुपए प्रोत्साहन राशि प्रदान की है। इसके साथ ही बस्तर आईजी ने आत्मसमर्पित नक्सली को पुनर्वास नीति से मिलने वाली अन्य सुविधाएं जल्द ही उपलब्ध कराने की बात कही है।