राजधानी में असामाजिक तत्वों के खिलाफ पंचायत ने खोला मोर्चा, मिले थाना प्रभारी से
रायपुर। सरपंच के बाद अब ग्राम पंचायत नारा के पंचायत प्रतिनिधियों ने असामाजिक तत्वों के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। पंचायत की बैठक के बाद अवैध शराब व गांजा बिक्री समेत जुआ की वजह से ग्राम में व्याप्त अशांति को लेकर पंचायत प्रतिनिधियों ने मंदिरहसौद थाना प्रभारी अश्वनी राठौर से मुलाकात कर रोक लगाने की मांग की है। साथ ही अवैध शराब पकड़ने पर थाना अमला सहित थाना प्रभारी को धन्यवाद दिया है।
हालांकि अश्वनी राठौर ने असामाजिक गतिविधियों पर रोक लगाने हर संभव कदम उठाने का आश्वासन दिया। बता दें कि सन् 1993 -94 के आबकारी सत्र में किसान संघर्ष समिति के अगुवाई में भानसोज में हुए सफल शराबभट्ठी विरोधी आंदोलन में सहभागी रहे निकटस्थ ग्राम नारा में बीते कुछ समय से असामाजिक तत्वों ने सिर उठाना शुरू कर दिया है। खासकर लॉकडाउन के बाद शासन ने फिर शराब दुकानों के खोले जाने से माहौल और अधिक खराब हो गया है।
साथ ही गांव में गांजा बिक्री व जुआ खेले जान की भी शिकायत की है। शासन-प्रशासन के ध्यानाकर्षण के बाद भी इस पर रोक न लगने व इनमें लिप्त तत्त्वों को कथित संरक्षण दिए जाने संबंधी आरोप कतिपय निहित स्वार्थी तत्वों द्वारा लगाए जाने से आक्रोशित सरपंच हेमंत चंद्राकर ने इसके खिलाफ मोर्चा खोल दिया था और पहली बार नवपदस्थ थाना प्रभारी राठौर ने मुखबिर लगा कुछ दिनों पहले एक कोचिया को दबोचने में सफलता हासिल की थी।
इसके बाद कोचियों में दहशत के चलते गतिविधियों में कुछ कमी तो आई है पर ये गतिविधियां बदस्तूर जारी है। ग्राम पंचायत की आहूत बैठक में सरपंच ने इन गतिविधियों में लिप्त तत्त्वों द्वारा खासकर ग्राम के भाठापारा में आतंक मचाए जाने व भयवश किसी के द्वारा प्रतिकार न किए जाने की जानकारी मिलने की बात रखते हुए पंचायत प्रतिनिधियों से उनका राय पूछा।
सभी पंचायत प्रतिनिधियों ने व्यापक ग्रामहित में इन गतिविधियों पर रोक लगाने की प्रतिबद्धता दर्शाई और इस संबंध में सामूहिक रूप से थाना प्रभारी से मुलाकात कर इन गतिविधियों पर रोक लगाने ठोस कार्यवाही का आग्रह करने का निर्णय लिया। गुरुवार को पंचायत प्रतिनिधियों ने किसान संघर्ष समिति के संयोजक भूपेन्द्र शर्मा के मौजूदगी में राठौर को ज्ञापन सौंप हालात की जानकारी दी।
राठौर ने इन असामाजिक तत्वों के गतिविधियों से उत्तेजित हो कानून को हाथ में न लेने की सलाह देते हुए ठोस कार्यवाही का आश्वासन दिया। इस दौरान पंचायत प्रतिनिधियों ने ग्रामीणों से रूबरू होने का भी आमंत्रण राठौर को दिया।