प्रदेश में किसानों को सुचारू रूप से खाद्य उपलब्ध कराने की मांग को लेकर राज्यपाल को सौंपा ज्ञापन
रायपुर। जिला अध्यक्ष गज्जू साहू ने राज्यपाल को ज्ञापन सौंपते कहा कि हमारा प्रदेश छत्तीसगढ़ एक कृषि प्रधान प्रदेश है। जहाँ के आधे से अधिक आबादी कृषि से जुड़ा हुआ है। धान उत्पादन में छत्तीसगढ़ राज्य देश की भूमिका सबसे अग्रणी राज्यों रही है। पूरे देश मे छत्तीसगढ़ की पहचान धान का कटोरे के रूप में विख्यात है । वही प्रदेश में खेती-किसानी का कार्य प्रारंभ हो चुका है। खेतों में फसल के अधिक उपज के लिए खाद डालने की आवश्यकता पड़ता है। लेकिन आज प्रदेश के किसानों को खाद की संकट से गुजरना पड़ रहा है। जबकि केंद्र सरकार द्वारा राज्य सरकार को जरूरत के अनुरूप बराबर खाद पहुंचाया जा रहा है बावजूद इसके राज्य सरकार द्वारा खाद को उचित मात्रा में सहकारी समितियों को आबंटित नहीं किया जा रहा है, बल्कि राज्य सरकार अपने नजदीकी व्यापारियों को लाभ पहुंचाने की दृष्टि से निजी क्षेत्रों को आबंटित कर रही है।
प्रदेश के सहकारी समितियों में किसानों के सामने खाद संकट है। लेकिन प्रदेश के निजी दुकानों खुले बाजार में खाद पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है। जिससे यह साफ प्रतीत होता है कि राज्य सरकार द्वारा सहकारी समितियों के बजाए निजी क्षेत्रों को खाद की आपूर्ति अधिक की गई है। निजी क्षेत्रों को अधिक खाद आबंटित करने के पीछे राज्य सरकार की मंशा केंद्र सरकार को बदनाम करने की साजिश व अपने लोगो लो लाभ पहुंचाकर भ्रष्टाचार करना है। निजी दुकानों से यह खाद किसानों को अधिक दाम में खरीदना पड़ रहा है। प्रदेश के किसान भाइयों को सहकारी समितियों के माध्यम से पर्याप्त खाद मिल सके। ऐसी व्यवस्था हेतु राज्य सरकार को निर्देशित करें साथ ही समय-समय पर केंद्र सरकार द्वारा प्रदान की जा रही खाद के राज्य सरकार द्वारा आबंटन का निगरानी भी रखें। जिससे उचित मात्रा में खाद की नियमित आपूर्ति किसान भाइयों को हो सकें।
इस मौक़े पर प्रदेश भाजपा किसान प्रवक्ता गौरीशंकर श्रीवास, किसान जिला अध्यक्ष गज्जू साहू एवं समस्त भाजपा कार्यकर्ता मौजूद रहे।