प्रदेश में विश्व मातृभाषा दिवस पर गुजराती भाषा में पत्र लेखन प्रतियोगिता,85 वर्षीय शांतिलाल शर्मा रहे प्रथम
रायपुर। श्री गुजराती समाज, रायपुर एवं नारायणी साहित्य अकादमी, छत्तीसगढ ने संयुक्त रूप से विश्व मातृभाषा दिवस पर स्व. श्रीमती लाभ कुंवर खुशाल चंद बाटविया एवं स्व. श्रीमती शारदा बेन अभेचंद भाई देसाई की स्मृति में गुजराती भाषा में पत्र लेखन प्रतियोगिता का आयोजन किया गया था।
इस प्रतियोगिता में रायपुर, महासमुन्द, बागबाहरा के अतिरिक्त लंदन, नागपुर, मुम्बई, राजकोट, गांधीधाम, भूज, मदुरै आदि स्थानों से भी पत्र प्राप्त हुए।
85 वर्षीय श्री शांतिलाल शर्मा जी, रायपुर प्रथम रहे। श्रीमती धनश्री बेन ठक्कर, रायपुर- द्वितीय, मुम्बई की श्रीमती आशा बेन चंपानेरी एवं श्री हेमंत भाई पण्डया, रायपुर- तृतीय रहे। इसके अतिरिक्त योगिनी बेन पंड्या-रायपुर, श्रीमती नयना पुजारा – बागबाहरा, एवं श्री जयंत भाई जोशी – रायपुर को सांत्वना पुरस्कार प्राप्त हुए। पुरस्कृत लोगों को मोमेंटो सहित समस्त अन्य प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र भी वितरित किये गए।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि श्री भीखूभाई बाटविया ने आयोजन की प्रशंसा करते हुए शुद्ध लेखन के प्रति सतर्क रहने का आह्वान किया। अध्यक्ष द्वय डॉ. श्रीमती मृणालिका ओझा एवं श्री अशोक भाई पटेल ने आयोजन का प्रथम वर्ष होने के बाद भी समाज द्वारा प्रदर्शित उत्साह के प्रति खुशी जताई एवं भविष्य में और बेहतर आयोजन के प्रति आश्वस्त भी किया।
कार्यक्रम में प्रायोजक श्री चंद्रकांत भाई देसाई, अश्वीन भाई बाटविया सहित समाज के सचिव नवीन चंद्र ओझा, दिलीप भाई काचा,कैट, छत्तीसगढ चेप्टर के अध्यक्ष जितेन्द्र दोषी विशिष्ट अतिथि, सहित जितेन्द्र भट्ट, राजेश चौहान, प्रभुलाल जोशी, श्रीमती अल्का चावडा, श्री लोकेश चावडा, हसमुख राणा, श्रीमती काश्मीरा भणसाली, कमलेश भणसाली, नवीन चंद्र बावरीया, प्रकाश भाई कोटक, श्रीमती कोकिला बेन कोटक, श्रीमती भावना राणा, भारती बेन मेहता, राजेश शर्मा, श्रीमती सोनल शर्मा, तरूलता पंड्या, अशोक बाटविया, पूनम सोनी, नरेंद्र भाई सांगाणी, श्रीमती पुष्पा सांगाणी, जितेन्द्र दामा सहित अन्य अनेक गणमान्य लोग उपस्थित थे।
कार्यक्रम का संचालन एवं आभार प्रदर्शन राजेन्द्र ओझा ने किया।