छत्तीसगढ़ में गुरु पूर्णिमा आज, गोवर्धन पर्वत की लाखों श्रद्धालु करेंगे परिक्रमा
रायपुर। गुरु पूर्णिमा यानी व्यास पूर्णिमा शनिवार को है। बता दें कि मुड़िया पूनों आषाढ़ मास की पूर्णिमा को यह मनाया जाता है। इस दिन गोवर्धन पर्वत की लाखों श्रद्धालु परिक्रमा करते हैं। बंगाली साधु सिर मुंडाकर परिक्रमा करते हैं, क्योंकि आज के दिन सनातन गोस्वामी का तिरोभाव हुआ था। ब्रज में इसे ‘मुड़िया पूनों’ कहा जाता है।
आज का दिन गुरु–पूजा का दिन होता है। इस दिन गुरु की पूजा की जाती है। पूरे भारत में यह पर्व बड़ी श्रद्धा के साथ मनाया जाता है। वैसे तो ‘व्यास’ नाम के कई विद्वान् हुए हैं, परंतु व्यास ऋषि जो चारों वेदों के प्रथम व्याख्याता थे, आज के दिन उनकी पूजा की जाती है। हमें वेदों का ज्ञान देने वाले व्यास जी ही थे। इसलिए वे हमारे ‘आदिगुरु’ हुए। उनकी स्मृति को बनाए रखने के लिए हमें अपने-अपने गुरुओं को व्यास जी का अंश मानकर उनकी पूजा करनी चाहिए।
प्राचीन काल में जब विद्यार्थी गुरु के आश्रम में निशुल्क शिक्षा ग्रहण करते थे तो इसी दिन श्रद्धा भाव से प्रेरित होकर अपने गुरु की पूजा किया करते थे और उन्हें यथाशक्ति दक्षिणा अर्पण किया करते थे। इस दिन केवल गुरु की ही नहीं अपितु कुटुम्ब में अपने से जो बड़ा है अर्थात माता-पिता, भाई-बहन आदि को भी गुरुतुल्य समझना चाहिए।