छत्तीसगढ़ में पढ़ाई तुंअर द्वार, पढ़ाई तुंहर पारा, लाउडस्पीकर स्कूल कार्यक्रमों में 45 करोड़ 65 लाख से अधिक राशि खर्च
रायपुर। कोरोनाकाल में शिक्षा व्यवस्था को सुचारू रूप से चलाए जाने के लिए स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा पढ़ाई तुंअर द्वार, पढ़ाई तुंहर पारा, लाउडस्पीकर स्कूल और बुल्टू के बोल आदि कार्यक्रम चलाए गए। इन कार्यक्रमों में 45 करोड़ 65 लाख से अधिक राशि खर्च की गई। यह जानकारी विधानसभा में स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम ने भाजपा विधायक अजय चंद्राकर के लिखित प्रश्रों के लिखित जवाब में दी है।
स्कूल शिक्षा मंत्री ने अजय चंद्राकर के सवालों के लिखित जवाब में बताया है कि 1 अप्रैल 2020 से लेकर 30 जून 2021 तक शिक्षा विभाग द्वारा कोरोना काल में शिक्षा व्यवस्था को सुचारू रूप से चालू रखने के लिए पढ़ई तुंअर (ऑनलाईन क्लास), पढ़ई तुंअर पारा (मोहल्ला क्लास), लाउडस्पीकर स्कूल और बुल्टू के बोल आदि कार्यक्रम चलाए जा रहे है। उन्होंने बताया कि इन कार्यक्रमों में प्रश्रावधि में 45 करोड़ 65 लाख 48 हजार 976 रूपये की राशि खर्च हुई है।
स्कूल शिक्षा मंत्री ने यह भी जानकारी दी कि पढ़ई तुंहर द्वार कार्यक्रम के तहत समग्र शिक्षा राज्य परियोजना कार्यालय द्वारा एलईएफ आदि चंदा से संदर्शिका मुद्रण छपाई आदि में 44 करोड़ 50 लाख 20 हजार 477 रुपए की राशि खर्च की गई है। उन्होंने यह भी बताया कि उक्त कार्यक्रम में एससीईआरटी से 1 करोड़ 2 लाख 73 हजार 759 रुपए की राशि खर्च की गई और सर्वर आदि डेवलप करने के लिए चिप्स को 5 लाख रुपए की राशि दी गई है।
मंत्री टेकाम ने बताया कि इन योजनाओं से प्रदेश के 26 लाख 43 हजार 183 बच्चे लाभांवित हुए। उन्होंने बताया कि इस कार्यक्रम के लिए शिक्षकों को समय-समय पर ऑनलाइन प्रशिक्षण दिया गया है और इस कार्यक्रमों में किसी एनजीओ से सहयोग नहीं लिया गया है।