राजनांदगांव में विहान समूह की महिलाएं बना रही देसी राखी, भाई-बहन के प्यार में घोलेंगी मिठास
राजनांदगांव। रक्षाबंधन त्योहार आने में कुछ दिन बाकी है. ऐसे में मोहला, मानपुर, डोंगरगांव, छुरिया और राजनादगांव के बिहान समूह की महिलाएं देसी राखी तैयार कर रही है, ताकि समूह की महिलाओं की आर्थिक स्तिथि से सुदृढ़ सके और आत्मनिर्भर बन सकें. विहान के स्वसहायता समूह की महिलाएं परंपरागत धान, बांस, चावल, अरहर, बीज और मोतियों से खूबसूरत राखी तैयार कर रही है. इस राखी की कीमत 5 रुपये से लेकर 50 रुपये बताया जा रहा है.
राखी को अमेजॉन प्लेटफार्म पर ऑनलाइन बेचा जा रहा है.इसके अलावा विहान समूह के द्वारा कलेक्टोरेट के गढ़कलेवा परिसर में राखी स्टॉल विक्रय केंद्र लगाया गया है. साथ ही व्हाट्सएप नंबर 9009803794 एवं 7049936001 से संपर्क कर राखी मंगाई जा सकती है. केटलॉग से अपनी पसंदीदा राखी का कोड लिख कर व्हाट्सएप, कोरियर, डाक एवं अन्य माध्यमों से मंगवा सकते हैं.रक्षाबंधन त्योहार पर इस साल विहान के स्वसहायता समूह की महिलाओं द्वारा छत्तीसगढ़ी संस्कृति के अुनरूप निर्मित परंपरागत सुन्दर राखियों से भाईयों की कलाईयां सजेंगी.
भाई-बहन के प्यार में बिहान की राखियां मिठास घोलेंगी. वहीं, कलेक्टर तारन प्रकाश सिन्हा ने लोगों से अपील की है कि रक्षाबंधन के पावन पर्व पर स्वसहायता समूह की महिलाओं द्वारा निर्मित राखियां खरीद कर उनका उत्साहवर्धन करें. विहान के समूह के द्वारा परंपरागत धान, बांस, चावल, अरहर, रखिया बीज, मोती एवं खूबसूरत रंग-बिरंगे धागों और डिजाइन से सजी राखियां का निर्माण किया है..
विहान समूह की महिआओं का कहना है कि जिले भर की लगभग 20 महिला समूहों के द्वारा राखियों का निर्माण किया जा रहा है. इस बार रक्षा बंधन पर समूह द्वारा बनाई गई राखियों को कलेक्टोरेट के गढ़कलेवा परिसर में बिहान के राखी स्टॉल विक्रय केन्द्र में उपलब्ध करवाया गया है.
केटलॉग से अपनी पसंदीदा राखी का कोड लिख कर व्हाट्सएप, कोरियर, डाक एवं अन्य माध्यमों से मंगवा सकते हैं.देशी राखी पर डिस्काउंट इस राखी का न्यूनतम 50 से 100 राखी आर्डर पर 10 फीसदी डिस्काउंट है. न्यूनतम 100 से 500 राखी आर्डर पर 20 फीसदी डिस्काउंट है. न्यूनतम 500 से अधिक राखी आर्डर पर 25 फीसदी डिस्काउंट मिलेगा.
आर्डर प्राप्त होने के तीन से 4 दिन के भीतर राखी उपलब्ध कराई जाएगी. वहीं इन राखियों को अमेजॉन से भी लोग मंगा सकते हैं।